
उत्तर प्रदेश में बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया औपचारिक रूप से शुरू हो गई है। जिला और मंडल स्तर के अध्यक्षों के चयन के बाद अब पार्टी ने प्रदेश परिषद सदस्यों की सूची भी जारी कर दी है। संगठनात्मक चरण पूरे होने के साथ अब प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति अंतिम चरण में है। उम्मीद है कि अगले 24 से 48 घंटों में नए अध्यक्ष का नाम तय कर दिया जाएगा।
बीजेपी की ओर से जारी चुनाव कार्यक्रम के अनुसार 13 दिसंबर को लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय में दोपहर 1 बजे से 2 बजे तक नामांकन दाखिल किए जाएंगे। इसके बाद 14 दिसंबर को नाम की घोषणा की जाएगी। चुनाव अधिकारी और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने बताया कि सभी प्रक्रियाएँ निर्धारित समय में पूरी कर ली जाएंगी।
कौन हैं दावेदार?
यूपी बीजेपी अध्यक्ष की रेस में केंद्रीय मंत्री पंकज चौधरी, केंद्रीय मंत्री बी.एल. वर्मा, योगी सरकार में मंत्री धर्मपाल सिंह, पूर्व सांसद साध्वी निरंजन ज्योति और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह जैसी प्रमुख ओबीसी हस्तियों के नाम शामिल हैं। माना जा रहा है कि पार्टी इस बार प्रदेश अध्यक्ष का पद किसी ओबीसी नेता को सौंप सकती है।
चुनाव की प्रक्रिया
बीजेपी के संगठनात्मक चुनाव तय नियमों के अनुसार होते हैं। मंडल और जिला स्तर के चुनावों के बाद प्रदेश परिषद का गठन किया जाता है। प्रदेश में विधानसभा सीटों की संख्या (403) के बराबर प्रदेश परिषद सदस्य होते हैं, जो मिलकर प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव करते हैं। इनमें 85 सदस्य आरक्षित वर्ग के होते हैं। हाल ही में घोषित 327 प्रदेश परिषद सदस्य प्रदेश अध्यक्ष के चयन में मतदान के योग्य हैं।
यदि अध्यक्ष पद के लिए केवल एक ही नामांकन दाखिल होता है, तो मतदान की आवश्यकता नहीं पड़ेगी और केंद्रीय चुनाव प्रभारी पीयूष गोयल औपचारिक रूप से नाम की घोषणा कर देंगे। यदि एक से अधिक नामांकन आते हैं, तो प्रदेश परिषद सदस्य मतदान करके नया अध्यक्ष चुनेंगे। हालांकि, संगठन के भीतर यह माना जा रहा है कि अंतिम रूप से केवल एक नाम ही दाखिल किया जाएगा।
केंद्रीय नेतृत्व की भूमिका
प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव के लिए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को केंद्रीय चुनाव अधिकारी और राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े को पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। दोनों नेता लखनऊ में पार्टी पदाधिकारियों की बैठक लेकर सर्वसम्मति बनाने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाएंगे।
इसी बीच मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की है। इन मुलाकातों को संगठन में संभावित बदलाव की औपचारिकता से जोड़कर देखा जा रहा है।
2027 की दिशा तय करेगा नया अध्यक्ष
नए प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में पार्टी आगामी पंचायत चुनावों से लेकर 2027 के विधानसभा चुनाव तक का रोडमैप तय करेगी। मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए संगठन का शीर्ष नेतृत्व किसी मजबूत ओबीसी चेहरे को आगे लाने के पक्ष में दिखाई दे रहा है।
अगले दो दिनों में यूपी बीजेपी के नए अध्यक्ष का नाम अंतिम रूप से सामने आने की पूरी संभावना है।












