नीट के ‘पेपर लीक’ की खबरें फर्जी, पेपर रहेगा मान्य

“सोशल मीडिया पर पर्चा डालने से फर्क नहीं पड़ा – सुबोध सिंह, डीजी”

“गंभीरता से जांच कराई, कोई गड़बड़ी नहीं – प्रो. प्रदीप जोशी, चैयरमेन”

नई दिल्ली / बरेली। देश भर में नीट की परीक्षा देने वाले लाखों परीक्षार्थियों और उनके परिवारों के लिए यह एक बेहद महत्वपूर्ण खबर है। नीट यानी नेशनल इलीजिबिलटी इंट्रेंस टेस्ट के माध्यम से ही देश भर के मेडीकल कालेजों में दाखिला लिया जा सकता है। एनटीए यानी नेशनल टेस्टिंग ऐजेंसी इसको आयोजित करती है। राजस्थान में इस प्रतिष्ठापूर्ण परीक्षा को लेकर पेपर लीक की खबरें उड़ीं, जिस पर एनटीए ने जांच करा ली है। एनटीए के चैयरमैन प्रोफेसर प्रदीप जोशी के निर्देश पर हुई इस जांच में कोई भी अनियमितता नहीं पाई गई है।

एनटीए के महानिदेशक सुबोध कुमार सिंह ने कहा है कि परीक्षा मान्य रहेगी तथा समय से ही इसके परिणाम घोषित किए जायेंगे।

पांच मई को देश के 4750 परीक्षा केंद्रों पर करीब 24 लाख छात्र छात्राओँ ने नीट की परीक्षा दी थी। राजस्थान व अन्य कुछ स्थानों से पेपर लीक की खबरें मीडिया और खासतौर पर जब सोशल मीडिया में छपीं तब हंगामा मच गया। देश भर के इन लाखों परीक्षार्थियों के दिलों की धड़कनें बढ़ गईं। नीट की परीक्षा बेहद मेहनत के बाद परीक्षार्थी देते हैं। कहीं दोबारा परीक्षा ना देनी इसको लेकर तरह तरह के मीडिया प्लेटफार्म्स पर भी चर्चा शुरु हो गई। हमने जब इस संबंध में परीक्षा आयोजित करने वाली देश की प्रतिष्ठित ऐजेंसी एनटीए – राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी के चैयरमेन प्रोफेसर प्रदीप जोशी से बात की तब उन्होंने कहा कि एनटीए देश की प्रतिष्ठित व विश्वसनीय ऐजेंसी है। ‘हमने गंभीरता से जांच कराई है, कोई अनियमितता नहीं है।

प्रो. जोशी लम्बे समय बरेली में उच्च शिक्षा में शिक्षण कर चुके हैं तथा यूपीएससी के चैयरमेन व कई विश्वविद्यालयों के कुलपति रहे हैं तथा उच्च शिक्षा के क्षेत्र में देश व दुनिया का एक जाना माना नाम हैं।एनटीए के महानिदेशक (डीजी) सुबोध कुमार सिंह ने कहा है कि वही परीक्षा मान्य रहेगी। कुछ छात्रों ने सोशल मीडिया पर जो पर्चा डाला था, उससे कोई फर्क इसलिए नहीं पड़ा क्योंकि सभी परीक्षा देने वाले छात्र छात्रायें पहले ही परीक्षा केंद्रों के अंदर पहुंच चुके थे। उन्होंने बताया कि परीक्षा का परिणाम जल्द आने की उम्मीद है। दस जून तक यह परिणाम आ जायेगा।

इस संबध में एनटीए की ओर से एक पत्र भी जारी किया गया है जिसमें कहा गया है कि राजस्थान के सवाईं माधोपुर के एक केंद्र में केंद्र अधीक्षक की ओर से गलत प्रश्न पत्र बांटा गया, कुछ परीक्षार्थी बलपूर्वक प्रश्न पत्र लेकर बाहर आ गए लेकिन बाकी परीक्षा केंद्रों पर हो रही परीक्षा की अखंडता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। दोबारा परीक्षा ले ली गई। एनटीए के वरिष्ठ निदेशक डा. साधना पाराशर ने अफवाहों पर ध्यान ना देने की अपील की है।

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