yoga Poses for PCOD: महिलाओं के हार्मोनल संतुलन के लिए असरदार योगासन

नई दिल्ली : महिलाओं के जीवन में हार्मोन का संतुलन बेहद महत्वपूर्ण होता है। चाहे पीरियड्स अनियमित हों, थायरॉयड की समस्या हो, प्रेग्नेंसी के बाद हार्मोन बदल रहे हों या मेनोपॉज का समय हो, हर चरण में शरीर और मन को संतुलित रखना जरूरी है। योग इस संतुलन को बनाए रखने का सबसे प्राकृतिक और प्रभावी तरीका है। योग केवल शारीरिक स्वास्थ्य के लिए नहीं बल्कि मानसिक और हार्मोनल संतुलन के लिए भी लाभकारी है। नियमित अभ्यास से महिलाएं जीवन के हर चरण को ऊर्जा और सहजता के साथ जी सकती हैं।

नीचे कुछ योगासन दिए गए हैं, जो महिलाओं के हार्मोन को संतुलित करने में मददगार हैं

1. भुजंगासन (Cobra Pose)

  • यह आसन थायरॉयड और प्रजनन तंत्र को सक्रिय करता है।
  • तनाव कम करता है और हार्मोनल ग्रंथियों को संतुलित रखता है।
  • लिवर से टॉक्सिन बाहर निकलते हैं और पाचन सुधरता है।
  • पेट की चर्बी कम होती है, रीढ़ मजबूत होती है, कमर पतली दिखती है, और छाती चौड़ी होती है।

2. बालासन (Child Pose)

  • मानसिक शांति और तनाव मुक्ति के लिए श्रेष्ठ आसन।
  • हार्मोनल असंतुलन से जुड़ी चिड़चिड़ापन और चिंता को कम करता है।
  • पीठ दर्द से राहत, पाचन सुधार, और शरीर को आराम प्रदान करता है।
  • गर्भधारण के दौरान भी मानसिक तनाव कम करने में मददगार।
  • अभ्यास: वज्रासन में बैठकर आगे झुकते हुए हाथ फैलाएं।

3. सेतुबंधासन (Bridge Pose)

  • प्रजनन अंगों में रक्त संचार बढ़ाता है और पीरियड्स नियमित करता है।
  • तनाव कम करता है और थायरॉइड को संतुलित रखता है।
  • पीठ दर्द, मांसपेशियों की कमजोरी और ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करता है।
  • गर्भावस्था और प्रसव के लिए लाभकारी।
  • अभ्यास: पीठ के बल लेटकर घुटनों को मोड़ें और कूल्हों को ऊपर उठाएं।

4. तितली आसन (Baddha Konasana / Butterfly Pose)

  • प्रजनन अंगों को मजबूत करता है और हार्मोन संतुलित रखता है।
  • पेल्विक फ्लो को खोलता है और ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाता है।
  • पाचन सुधार, मासिक धर्म के दर्द में राहत, तनाव और चिंता कम करता है।
  • अंडाशय को सक्रिय रखता है और प्रजनन प्रणाली को स्वस्थ बनाता है।
  • अभ्यास: जमीन पर बैठकर दोनों पैरों को जोड़ें और घुटनों को ऊपर-नीचे करें।

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