पीलीभीत : डीजे और पटाखा,बुलेट पर प्रभावी कार्रवाई की मांग

पीलीभीत। अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद राष्ट्रीय बजरंग दल के कर्यकर्ताओं ने ध्वनि प्रदूषण को रोकने के‌ लिए मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपा है।

मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में बताया है कि पूरनपुर में दिन पर दिन बढ़ते जा रहे ध्वनि प्रदूषण की ओर आकर्षित करना चाहते है। जिसके कारण लोग बीमार हो रहे है। राष्ट्रीय हरित अधिकरण की बेंच के अनुसार आवासीय क्षेत्र में 45-55 डेसिबल ही आवाज़ होनी चाहिए लेकिन यह आवाज़ 300 डेसिबल को भी पार कर गई है। सुबह 4 बजे से प्रत्येक धार्मिक संस्थान में 4-4 लाउडस्पीकरों को तेज़ आवाज़ में बजाया जाता है जिससे बुजुर्गों एवं बीमार लोगों को नींद में परेशानी होती है। देश के भविष्य बच्चों की स्कूल एवं बोर्ड परीक्षाएं चल रही है और उनकी शिक्षा में भी विघ्न पढ़ रहा है। बारात घर, बैंकेट हॉल, होटलों में बैंड बाजा, पटाखे और डी.जे रात में 12 से 1 बजे तक तेज़ आवाज़ में बजाये जाते है। पहले भी कई बार 112 पर शिकायत दर्ज कराई गई लेकिन एक-दो दिन ही इन पर सख्ती और पाबंदी रही। फिर तेज तेज़ आवाज़ में बज रहे है, साथ ही साथ पटाखा मोटरसाइकिल पर तेज़ मिस फायरिंग होती है जिसका कोई समय नही है।

अचानक से रात और दिन में बुलेट मोटरसाइकिल बहुत तेज़ आवाज़ में 100 कि.मी कि रफ़्तार से चलते हुए सलेंसर से पटाखा छोड़ती है, जब तक कोई कुछ समझ पाए तब तक मोटरसाइकिल फुल स्पीड से भाग जाती है। सर्वोच्च न्यायालय एवं माननीय उच्च नयायालय व शासन का स्पष्ट आदेश है कि समयानुसार एवं मानक के अनुरूप ही ध्वनि प्रदूषण कर सकते है, लेकिन माननीय न्यायालय एवं शासन-प्रशासन की धज्जियां उड़ाते हुए उन्हें ताक पर रखते हुए नियमो की अवहेलना की जा रही है। जिसके कारण लोग बीमार हो रहे है, साथ ही बहरेपन की समस्या भी बढ़ रही है है। डी.जे, लाउडस्पीकर, बैंड बाज़ा, पटाखा मोटरसाइकिल के कान फोडू शोर से लोग बीमार होने के साथ ही – हार्ट अटैक के भी शिकार हो रहे है। जो बुजुर्ग बीमार है उनका सोना मुश्किल हो रहा है। सुबह के टाइम 3-4 किलोमीटर तक आवाज़ आती है। इस दौरान शिवम भदौरिया, धनंजय मिश्रा, शिवा पांडे सहित कई लोग मौजूद रहे। 

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