
होली के मौके पर कुछ खास व्यंजन बनाना बहुत मजेदार होता है। होली पर ठंडई का महत्व विशेष रूप से इस त्यौहार की गर्मी और उत्सव के माहौल से जुड़ा हुआ है। ठंडई एक पारंपरिक भारतीय पेय है, जो विशेष रूप से होली के अवसर पर बनाया और पिया जाता है।
ठंडाई
ठंडई में मेवे जैसे बादाम, पिस्ता, और काजू होते हैं, जो प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स से भरपूर होते हैं। यह ऊर्जा प्रदान करने के साथ-साथ शरीर को ताजगी भी देता है। साथ ही, इसमें इलायची, गुलाब जल, और केसर जैसी सामग्री भी होती है, जो पाचन को बेहतर बनाती हैं और शरीर को शांति और सुकून देती हैं। होली एक रंगों और खुशी का त्यौहार है, और ठंडई इस उत्सव के आनंद को बढ़ाता है। यह आमतौर पर परिवार और दोस्तों के साथ मिलकर पी जाती है, जो रिश्तों को मजबूत करने का एक जरिया बनती है। ठंडई का सेवन इस खुशी और उल्लास को साझा करने का एक खास तरीका बन जाता है।
ठंडाई बनाने की सामग्री
- 1/4 कप बादाम
- 1/4 कप पिस्ता
- 1/4 कप काजू
- 2 टेबलस्पून ताज़ा गुलाब की पंखुड़ियाँ
- 1/4 कप खसखस (पॉपसीड्स)
- 1/4 कप चिरौंजी
- 1/4 कप खस (फेंच)
- 1/2 कप चीनी
- 1/2 चम्मच इलायची पाउडर
- 1 कप ठंडा दूध
- 2 टेबलस्पून गुलाब जल
- कुछ बर्फ के टुकड़े
ठंडाई बनाने की रेसिपी
- सारे मेवों को एक साथ पानी में भिगोकर कुछ घंटों के लिए रख दें।
- इन सभी को मिक्सी में बारीक पीस लें।
- इस पेस्ट को ठंडे दूध में मिलाकर चीनी और गुलाब जल डालें।
- अच्छे से मिक्स कर ठंडाई तैयार करें।
- बर्फ के टुकड़ों के साथ सर्व करें।