जानिए क्यों बनते हैं बच्चे जिद्दी….कैसे करें सही पालन: माता-पिता के लिए सुझाव

बच्चों का जिद्दी होना एक सामान्य व्यवहार है, लेकिन कई बार यह माता-पिता के लिए चिंता का कारण बन सकता है। जिद्दीपन के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जो बच्चे की मानसिक और शारीरिक विकास प्रक्रिया को प्रभावित करते हैं। यदि आप यह जानना चाहते हैं कि क्यों बच्चा जिद्दी बन जाता है और आप क्या कदम उठा सकते हैं, तो आइए जानते हैं कुछ मुख्य वजहें:

1. संभावित असुरक्षा का अनुभव

बच्चे अक्सर अपनी ज़िंदगी में असुरक्षा महसूस करने लगते हैं, खासकर अगर उनका वातावरण अनिश्चित हो या वे खुद को सही तरह से व्यक्त नहीं कर पा रहे हों। जब बच्चों को लगता है कि उनका ध्यान नहीं दिया जा रहा या वे अपने भावनाओं को सही ढंग से व्यक्त नहीं कर पा रहे, तो वे जिद्दी हो सकते हैं।

सुझाव: अपने बच्चे से नियमित रूप से बात करें, उनकी भावनाओं को समझें और उन्हें यह महसूस कराएं कि आप उनके साथ हैं।

2. माता-पिता का अत्यधिक नियंत्रण

कभी-कभी माता-पिता का अत्यधिक नियंत्रण और बच्चों को अपने फैसले लेने की स्वतंत्रता न देना जिद्दीपन का कारण बन सकता है। बच्चे जब खुद के निर्णय नहीं ले पाते, तो वे विद्रोही हो सकते हैं और उनकी जिद बढ़ सकती है।

सुझाव: बच्चों को कुछ फैसले लेने का मौका दें, जिससे वे स्वतंत्रता का अहसास करें और जिद कम हो।

3. ध्यान आकर्षित करने की कोशिश

अगर बच्चों को लगता है कि उन्हें पर्याप्त ध्यान नहीं मिल रहा, तो वे जिद्दी हो सकते हैं, क्योंकि वे अपनी भावनाओं को जताने के लिए इस तरीके का इस्तेमाल करते हैं। बच्चों को समझने के लिए यह जरूरी है कि उनका ध्यान आकर्षित करने का तरीका क्या है।

सुझाव: बच्चों को सकारात्मक तरीके से ध्यान देने की आदत डालें, ताकि वे जिद्द करके ध्यान न मांगें।

4. आवश्यकता और इच्छाओं का भ्रम

कभी-कभी बच्चे अपनी आवश्यकताओं और इच्छाओं में फर्क नहीं समझ पाते। वे हर चीज को अपनी जरूरत मान लेते हैं, और जब उन्हें वह नहीं मिलती, तो वे जिद्दी हो जाते हैं।

सुझाव: बच्चों को अपनी जरूरतों और इच्छाओं के बीच फर्क समझाने में मदद करें और उन्हें यह सिखाएं कि क्या जरूरी है और क्या नहीं।

5. बदलाव के प्रति प्रतिक्रिया

जब बच्चों के जीवन में बदलाव आते हैं—जैसे कि नए स्कूल में जाना, घर बदलना या परिवार में कोई बदलाव—तो वे अनिश्चितता और बदलाव से निपटने के लिए जिद्दी हो सकते हैं।

सुझाव: बच्चों को बदलाव के बारे में पहले से बताएं और उन्हें इस बदलाव को सहजता से अपनाने में मदद करें।

6. बदलाव के प्रति प्रतिक्रिया

बच्चे अक्सर अपने आस-पास के लोगों के व्यवहार की नकल करते हैं। अगर वे घर में किसी बड़े को जिद्दी होते हुए देखते हैं, तो वे भी वही व्यवहार अपनाने लगते हैं।

सुझाव: घर के माहौल में सकारात्मक व्यवहार और अच्छे आदतों को बढ़ावा दें, ताकि बच्चे भी उन्हें अपनाएं।

7. थकान या भूख

बच्चे जब थक जाते हैं या भूखे होते हैं, तो उनका मूड चिड़चिड़ा और जिद्दी हो सकता है। बच्चे अपनी जरूरतों को शब्दों में व्यक्त नहीं कर पाते, और वे जिद करके अपनी असहमति दिखाते हैं।

सुझाव: बच्चे के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान दें, उन्हें पर्याप्त नींद और संतुलित आहार प्रदान करें।

8. उम्र और विकास का हिस्सा

विशेषकर छोटे बच्चों में, जिद्दीपन एक सामान्य विकासात्मक प्रक्रिया हो सकती है। वे अपनी सीमाओं को परखने के लिए जिद करते हैं और यह उनकी स्वायत्तता को विकसित करने का तरीका हो सकता है।

सुझाव: बच्चों को धैर्य से समझाएं और उन्हें यह बताएं कि उनके विचार और इच्छाएं मायने रखते हैं, लेकिन किसी अन्य व्यक्ति की भावनाओं का भी सम्मान करना चाहिए।

9. कठिन नियम और सजा

कभी-कभी कठोर सजा या अत्यधिक सख्त नियम बच्चों को जिद्दी बना सकते हैं, क्योंकि वे अपनी स्वतंत्रता की ओर झुके होते हैं। वे बगावत करने का तरीका चुन सकते हैं।

सुझाव: उचित नियम और सजा का पालन करें, लेकिन साथ ही बच्चों को अपने विचार व्यक्त करने का अवसर भी दें।

10. मूल्य और शिक्षा की कमी

यदि बच्चों को सही ढंग से सही-गलत की समझ नहीं दी जाती, तो वे अपनी इच्छाओं को किसी भी तरीके से पूरा करने की कोशिश कर सकते हैं, जिससे जिद्दीपन उत्पन्न हो सकता है।

सुझाव: बच्चों को अच्छे मूल्य और शिक्षा दें, ताकि वे समाजिक और व्यक्तिगत रूप से संतुलित तरीके से अपना व्यवहार करें।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें