स्वस्थ शुगर लेवल के लिए रोज़ाना सुबह की आदतें

नई दिल्ली । ब्लड शुगर को मैनेज करना जटिल नहीं होना चाहिए। सुबह की छोटी और लगातार अपनाई जाने वाली आदतें शुगर कंट्रोल में मदद करती हैं और संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बनाती हैं।

मैक्स हेल्थकेयर, दिल्ली की रीजनल हेड – डायटेटिक्स, ऋतिका समद्दार के अनुसार, “खराब लाइफस्टाइल और अनहेल्दी खानपान डायबिटीज़ के मुख्य कारण हैं। रोज़मर्रा की दिनचर्या में छोटे बदलाव, जैसे सुबह की तेज़ सैर और दालें, बादाम जैसे मेवे, हरी पत्तेदार सब्ज़ियां, साबुत अनाज आदि से भरपूर संतुलित आहार अपनाने से शुगर स्पाइक्स को रोकने में मदद मिल सकती है।”

ऋतिका द्वारा सुझाई गई एक और प्रभावी व आसान आदत है रोज़ सुबह मुट्ठीभर कैलिफ़ोर्निया बादाम का सेवन। इनमें प्रोटीन, हेल्दी फैट्स और डाइटरी फ़ाइबर जैसे आवश्यक पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं, जो ब्लड शुगर स्तर को स्थिर रखने में मदद करते हैं और कार्बोहाइड्रेट-युक्त खाद्य पदार्थों के शुगर व फास्टिंग इंसुलिन स्तर पर पड़ने वाले प्रभाव को कम करते हैं। टाइप-2 डायबिटीज़ से पीड़ित लोगों के लिए बादाम बेहतर शुगर कंट्रोल और लंबे समय तक ऊर्जा बनाए रखने में सहायक होते हैं।

इस बात को दोहराते हुए, न्यूट्रिशनिस्ट और वेलनेस कंसल्टेंट शीला कृष्णस्वामी ने संतुलित नाश्ते के महत्व पर ज़ोर दिया। एक पौष्टिक सुबह का खाना जिसमें प्रोटीन, हेल्दी फैट्स और फाइबर से भरपूर कार्बोहाइड्रेट शामिल हों, वह बीच सुबह में शुगर लेवल गिरने से बचाता है, पेट भरा रखता है, और अनहेल्दी खाने की क्रेविंग को कम करता है। जैसे ओट्स में चिया सीड्स और बेरीज़, अंडे के साथ होल-ग्रेन टोस्ट और एवोकाडो, या मुट्ठीभर कैलिफ़ोर्निया बादाम के साथ पोहा जैसी विकल्प ऊर्जा बनाए रखने और ब्लड शुगर को स्थिर रखने में सहायक हैं। ये खाद्य पदार्थ प्रोटीन, अनसैचुरेटेड फैट और डाइटरी फाइबर प्रदान करते हैं, जो बेहतर ग्लूकोज कंट्रोल के लिए उपयुक्त हैं।

सुबह की गतिविधि इंसुलिन की क्षमता बढ़ाती है और मांसपेशियों को ग्लूकोज का बेहतर उपयोग करने में मदद करती है। शीला सुझाव देती हैं कि शुगर नियंत्रण सुधारने, मूड बेहतर बनाने और पूरे दिन ऊर्जा बनाए रखने के लिए 45 से 60 मिनट की शारीरिक गतिविधि करें, जैसे योग, स्ट्रेचिंग या तेज़ वॉक।

तनाव ब्लड शुगर स्तर को काफी प्रभावित कर सकता है क्योंकि यह कोर्टिसोल हार्मोन को बढ़ाता है, जो शुगर स्पाइक्स का कारण बनता है। ऋतिका सलाह देती हैं कि हर सुबह कुछ मिनट गहरी सांस लेने, ध्यान या माइंडफुलनेस अभ्यास में बिताए जाएं। दिन की शुरुआत शांत और केंद्रित होकर मानसिक स्वास्थ्य और मेटाबॉलिक संतुलन दोनों को समर्थन देती है।

संक्षेप में, सुबह की कुछ आसान आदतें—जैसे हाइड्रेटेड रहना, कैलिफ़ोर्निया बादाम के साथ पौष्टिक नाश्ता करना, एक्सरसाइज करना और माइंडफुलनेस का अभ्यास करना—ब्लड शुगर को नियंत्रित करने और सेहत बेहतर बनाने में मदद कर सकती हैं। ये छोटी और नियमित आदतें लंबे समय तक डायबिटीज़ की रोकथाम और समग्र स्वास्थ्य के लिए मजबूत आधार बनाती हैं।

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