Kushinagar : चार केन सेट राकेटों का प्रक्षेपण देख अचंभित हुए लोग

भास्कर ब्यूरो

  • तालियों के गड़गड़ाहट से गूंज उठा आयोजन स्थल
  • युवा वैज्ञानिकों के खिले चेहरे, लोगों ने दी बधाई
  • यूपी के सेवरही के रकबा जंगली पट्टी में पहली चार कैन सेट का हुआ प्रक्षेपण

Sevarhi, Kushinagar : सेवरही के ग्राम रकबा जंगलीपट्टी में आयोजित चार दिवसीय रॉकेट्री एवं कैनसेट लॉन्च प्रतियोगिता के प्रथम दिन भारी जनसमुदाय की मौजूदगी में सोमवार को चार केन सेट राकेट का प्रक्षेपण हुआ। युवा वैज्ञानिकों एवं प्रशासनिक अफसरों भी मौजूद रहे। प्रक्षेपण की सफलता देख न सिर्फ युवा वैज्ञानिक वरन प्रशासनिक अफसरों की टीम उत्साहित नजर आयी बल्कि विज्ञान के इस चमत्कार को देख उपस्थित लोगों ने भी तालियों की करतल ध्वनि से वैज्ञानिकों को बधाई देते हुए उनका उत्साहवर्धन किया गया।

बता दें कि सेवरही विकासखंड के ग्राम रकबा जंगली पट्टी जीरो बंधा के समीप इसरो और इन-स्पेस के वैज्ञानिकों द्वारा प्रशासनिक टीम की मौजूदगी में सोमवार से गुरुवार तक चार दिवसीय रॉकेट लॉन्च प्रक्षेपण कार्यक्रम के तहत पहले दिन सुबह 9 बजे रॉकेट लांच प्रक्षेपण कार्यक्रम शुरू किया। सुबह 9:30 बजे से शुरू हुआ राकेट लांच प्रक्षेपण कार्यक्रम सुबह 9 बजकर 55 मिनट तक चला। वैज्ञानिकों की टीम द्वारा लगभग हर पांच मिनट के अंतराल पर 4 कैंनसेट का सफल प्रक्षेपण किया गया। पहले प्रक्षेपण 9:30 पर किया गया जो आकाश में लगभग 1000 मीटर की दूरी तक ऊपर गया। फिर पैराशूट के माध्यम से धीरे-धीरे जमीन पर पहुंचा। वही दूसरा 9:35 पर लगभग 600 मी., तीसरा 9:45 पर लगभग 800 मी. और चौथा 9:50 पर लगभग 900 मीटर की दूरी तय करके सफलतापूर्वक जमीन पर उतरा। इन केन सेट रॉकेट लांचर के सफल प्रक्षेपण को लेकर इससे जुड़े वैज्ञानिकों की टीम एवं प्रशासनिक टीम काफी उत्साहित रही। सोमवार को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सुबह 7 से 9 बजे तक आयोजित होने वाला प्रक्षेपण कार्यक्रम तकनीकी कारणों से दो घंटे की देरी से शुरू हो सका। इसरो, इन-स्पेस और एनएसआईएल के दिशा-निर्देशों के अंतर्गत शुरू होने वाला प्रक्षेपण कार्यक्रम सोमवार को सुबह 9 बजे से इसरो इन स्पेस के निदेशक डॉ विनोद कुमार एवं वरिष्ठ वैज्ञानिकों की देखरेख में शुरू हुआ। रॉकेट लॉन्च प्रक्षेपण कार्यक्रम के तहत पहले दिन होने वाले दस राकेटों में से चार चार का प्रक्षेपण किया जा सका। शेष कैंनसेट युवा प्रतिभागियों द्वारा निर्धारित समय तक उपलब्ध नहीं होने के कारण अगली तिथि तक के लिए रोक दिया गया।

चारों राकेट लॉन्चरों के सफल प्रक्षेपण से इससे जुड़े वैज्ञानिकों की टीम एवं प्रशासनिक टीम काफी उत्साहित रही। वही एपी तटबंध किनारे शुरू हुए इस प्रक्षेपण कार्यक्रम एवं प्रतियोगिता के आयोजन को लेकर ग्रामीणों सहित युवाओं में अति उत्साह देखने को मिला। राकेट लांच के सफल प्रक्षेपण कार्यक्रम को लेकर इसरो के वैज्ञानिकों ने बताया कि इन-स्पेस मॉडल रॉकेट्री/कैनसैट इंडिया छात्र प्रतियोगिता 2024-25 का आयोजन एस्ट्रोनॉटिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया (एएसआई) द्वारा भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष संवर्धन और प्राधिकरण केंद्र (इन-स्पेस), इसरो और अन्य संघों के सहयोग से छात्र समुदाय के बीच अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी के प्रति रुझान पैदा करने के लिए किया जा रहा है। इन-स्पेस मॉडल रॉकेट्री/कैनसैट इंडिया स्टूडेंट कम्पटीशन 2024-25 में भारत भर के विभिन्न कॉलेजों/विश्वविद्यालयों के छात्रों द्वारा लॉन्च साइट से 1000 मीटर की ऊँचाई पर मॉडल रॉकेट और कैन आकार के उपग्रह का डिज़ाइन, विकास और प्रक्षेपण शामिल हैं।

इस दौरान इसरो इन स्पेस के निदेशक डॉ विनोद कुमार ने कैंनसेट के सफल परीक्षण को देख प्रफुल्लित मुद्रा में बताया कि स्टूडेंट कंपटीशन के तहत भारत के इतिहास में पहली बार एक साथ चार कैनसेट का सफल परीक्षण किया गया। इसके लिए सभी टीमों को आर्गेनाइजेशन को बधाई देता हूं। वही देवरिया के सांसद शशांक मणि त्रिपाठी ने युवा वैज्ञानिक को और पूरी टीम को बधाई देते हुए उनका उत्साहवर्धन किया। इस दौरान मुख्य रूप से उपजिलाधिकारी तमकुहीराज आकांक्षा मिश्रा, सीओ राकेश प्रताप सिंह, इसरो इन स्पेस के निदेशक डॉ. विनोद कुमार, इसरो वैज्ञानिक मंथन खाखरिया, अभिषेक सिंह, केरला से आये युवा वैज्ञानिक श्रीनाथन, मुरली, अश्विन, आदित्या, किरनाथना, वेंकटेश, सांसद प्रतिनिधि धीरज त्रिपाठी, थानाध्यक्ष सेवरही धीरेंद्र राय मयफोर्स आदि मौजूद रहे।

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