
नई दिल्ली। आउटर ज़िले की एंटी ऑटो थेफ्ट स्क्वॉड (AATS) ने कार्रवाई करते हुए एक युवक को गिरफ्तार किया है, जो सोशल मीडिया पर अवैध हथियार लहराकर दहशत फैलाने और खुद को गैंग से जुड़ा दिखाने की कोशिश कर रहा था। पुलिस ने आरोपी के पास से वही देसी पिस्टल बरामद की है, जिसके साथ वह वीडियो बनाकर वायरल कर रहा था। दो जिंदा कारतूस भी मिले हैं। सूचना पर कार्रवाई, जाल बिछाकर आरोपी पकड़ा 3 दिसंबर को पुलिस को सूचना मिली कि सुल्तानपुरी इलाके में एक संदिग्ध युवक अवैध हथियार के साथ घूम रहा है और दो व्यक्तियों—‘S’ और ‘L’—पर हमला करने की योजना बना रहा है। बताया गया कि पिछले दिन हुए झगड़े के बाद आरोपी ने बदला लेने की नीयत से हथियार अपने पास रख लिया था।
सूचना के आधार पर ASI रमेश, HC दीपक, Ct. अक्षय और Ct. आर्यदीप की टीम, इंस्पेक्टर राजपाल मीणा (I/C AATS) और ACP ऑपरेशंस जयप्रकाश के निर्देशन में मौके पर पहुंची और घेराबंदी की। कुछ ही देर में संदिग्ध युवक दिखाई दिया। पुलिस को देखकर वह भागने लगा, लेकिन पीछा कर उसे पकड़ लिया गया।
पूछताछ में आरोपी की पहचान दिव्यांश (21), निवासी मंगोलपुरी के रूप में हुई। उसकी तलाशी में एक देसी पिस्टल और दो जिंदा कारतूस मिले। आरोपी के मोबाइल फोन की जांच में कई फोटो और वीडियो मिले, जिनमें वह अवैध हथियार लहराता हुआ दिखाई दे रहा है।
पूछताछ में दिव्यांश ने कबूला कि हथियार उसी का है और वह सुल्तानपुरी के दो युवकों से बदला लेने के लिए इसे साथ रखता था। उसने बताया कि यह हथियार उसे उसके परिचित ‘B’ ने दिया था, जो फिलहाल अमन विहार, रोहिणी का रहने वाला है और न्यायिक हिरासत में है।
पुलिस ने FIR नंबर 836/2025, धारा 25 आर्म्स एक्ट, थाना सुल्तानपुरी में मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। हथियार की सप्लाई चेन का पता लगाया जा रहा है।
पुलिस के अनुसार, आरोपी दिव्यांश पहले भी क़त्ल के प्रयास (Attempt to murder) के मामले में पकड़ा जा चुका है। यह कार्रवाई आउटर ज़िले के डीसीपी सचिन शर्मा, IPS के निर्देशन में की गई।














