
लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पिता के निधन के बावजूद लगातार राज्य के प्रति अपने कर्तव्यों को पूरा करने में जुटे हैं। लॉकडाउन के मद्देनजर उन्होंने रोज की तरह मंगलवार को भी वरिष्ठ अफसरों के साथ बैठक की और उनसे फीडबैक लिया। इस दौरान उन्होंने लॉकडाउन का सख्ती से पालने कराने सहित अन्य निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने अपनी सरकारी आवास पर टीम-11 के साथ बैठक की। इससे पहले उनके पिता स्वर्गीय आनंद सिंह बिष्ट की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया। मुख्यमंत्री के साथ सभी अधिकारियों ने भी मौन रखकर अपनी श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने मास्क पहना हुआ था और उन्होंने हाथ जोड़कर इस दौरान अपने पिता के प्रति आदर भी प्रकट किया। इसके बाद उन्होंने बैठक में अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की और उन्हें निर्देश दिये। बैठक में उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को सिविल सेवा दिवस की शुभकामनायें भी दीं।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर बधाई का ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि सिविल सेवा दिवस के अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएं। आपने सदैव राष्ट्रहित में व्यापक योगदान दिया है। वैश्विक संकट के समय में देश व समाज की सेवा में समर्पित भाव से निरंतर कार्य कर आप सब जन कल्याण एवं उत्तम स्वास्थ्य सुनिश्चित कर रहे हैं। आप सभी कर्मवीरों और आपके परिजनों को साधुवाद।
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा कि यह परीक्षा की घड़ी है। सरदार पटेल के सपनों और जनमानस की सेवा की कसौटी पर खरा उतरने का समय है। कोरोना महामारी से उत्पन्न नई चुनौतियों से निपटने के लिये तन मन से मां भारती की सेवा में समर्पित होने का अवसर है। मुझे आप सब पर विश्वास है और मेरी शुभकामनाएं आप सभी के साथ हैं।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद सिंह बिष्ट का आज उत्तराखण्ड में गंगा व हेवल नदी के संगम तट फूल चट्टी घाट पर विधि विधान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। ज्येष्ठ पुत्र मानवेंद्र सिंह बिष्ट ने पिता की चिता को मुखाग्नि दी। इस दौरान उनके पुत्र शैलेन्द्र सिंह व कनिष्ठ पुत्र महेंद्र सिंह सहित परिवार व गांव के लोग भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस मौके पर मौजूद नहीं थे। उन्होंने सोमवार को ही लॉकडाउन में प्रदेश की जनता के प्रति जिम्मेदारियों का निर्वहन करने के कारण पिता के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं होने का फैसला किया था। उन्हें सोमवार को लॉकडाउन से सम्बन्धित बैठक के दौरान पिता के निधन की जानकारी मिली थी। इसके बावजूद वह नम आंखों से बैठक करते रहे। इसके बाद मुख्यमंत्री ने पिता के निधन पर भारी शोक जताते हुए परिजनों से अन्तिम संस्कार के दौरान सीमित लोगों की संख्या रखने की अपील की। इसका वहां पालन भी किया गया। मुख्यमंत्री लॉकडाउन के बाद परिजनों से मिलने जायेंगे।












