
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने शिक्षा के अधिकार अधिनियम RTE के तहत गरीब और वंचित वर्ग के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण सफलता अर्जित की है। निजी स्कूलों में प्री-प्राइमरी और कक्षा एक के लिए 50,638 बच्चों को निःशुल्क प्रवेश दिया जाएगा। इसके लिए दूसरे चरण का सीट आवंटन परिणाम जारी कर दिया गया है।
पहले चरण में 71,381 बच्चों को मिला दाखिला –
बता दें कि इस योजना के अंतर्गत पहले चरण में 71,381 बच्चों को निजी स्कूलों में दाखिला दिया गया था। अब तक कुल 1,22,019 बच्चों को मुफ्त शिक्षा के लिए सीटें आवंटित की जा चुकी हैं। राज्य के निजी विद्यालयों में कुल 6,03,065 सीटें उपलब्ध हैं।
1 फरवरी से शुरू होगी तीसरे चरण की प्रक्रिया –
डॉ. मुकेश कुमार सिंह, उप शिक्षा निदेशक (समग्र शिक्षा) ने बताया कि दूसरे चरण में कुल 95,590 आवेदन प्राप्त हुए थे। सत्यापन प्रक्रिया के बाद 71,015 बच्चों के आवेदन सही पाए गए, जबकि 20,337 आवेदन त्रुटियों के कारण निरस्त कर दिए गए। निरस्त हुए आवेदनों में 21 प्रतिशत त्रुटियों की विस्तृत जांच कराई जाएगी। इन खाली सीटों को भरने के लिए तीसरे चरण की प्रक्रिया पहली फरवरी से शुरू होगी।
आवेदन प्रक्रिया में पारदर्शिता और जांच पर जोर –
सरकार ने आरटीई के तहत दाखिले की प्रक्रिया को पूरी तरह पारदर्शी बनाया है। सत्यापन के दौरान त्रुटिपूर्ण आवेदनों को निरस्त करने के बाद भी सरकार इन त्रुटियों के कारणों की जांच कर रही है ताकि भविष्य में पात्र बच्चों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।
गरीब-वंचित वर्ग के बच्चों की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए प्रतिबद्ध है सरकार –
बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य सरकार गरीब और वंचित वर्ग के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। आरटीई के तहत मुफ्त शिक्षा का यह प्रयास समाज के कमजोर वर्गों को सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इस योजना के तहत गरीब परिवारों के बच्चों को निजी स्कूलों में दाखिला देकर उन्हें बेहतर शिक्षा का अवसर प्रदान किया जा रहा है।
समाज के कमजोर वर्गों को मुख्यधारा में लाने के प्रयास के रूप में देखा जा सकता है। सरकार का यह कदम बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के साथ-साथ राज्य की समग्र प्रगति में मील का पत्थर साबित होगा।










