
Bhatkhande Sanskriti University: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को लखनऊ में भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय के शताब्दी वर्ष के उद्घाटन समारोह में दीप प्रज्वलित किया और विश्वविद्यालय के इतिहास और महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय फर्श से अर्श की ओर बढ़कर भारतीय संगीत और नाटक को संरक्षित करने में अग्रणी रहा है और संस्कृति के माध्यम से राष्ट्र निर्माण में योगदान देता है।
योगी आदित्यनाथ ने बताया कि 1940 में रवींद्रनाथ टैगोर ने इस संस्थान को विश्वविद्यालय के रूप में मान्यता देने की कल्पना की थी, जिसे 2022 में सरकार ने साकार किया। उन्होंने कलाकारों के सम्मान, सुरक्षा, स्वास्थ्य, प्रशिक्षण और रोजगार के लिए सरकारी नीतियों की तैयारी का भरोसा भी दिया।
मुख्यमंत्री ने बताया कि विश्वविद्यालय के लिए लखनऊ में छह एकड़ भूमि पर नवीन भवन का निर्माण होगा, जिसमें ओपन थिएटर, कम से कम दो ऑडिटोरियम और लाइब्रेरी होगी। पुराने भवन को म्यूजियम में बदलकर विश्वविद्यालय से जुड़े शिक्षकों और छात्रों के योगदान को प्रदर्शित किया जाएगा।
उद्घाटन समारोह में कुलपति प्रोफेसर मानवी सिंह ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और विश्वविद्यालय के बच्चों ने कुलगीत प्रस्तुत किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय की टेबल बुक “Legacy of Excellence” का विमोचन भी किया।
शताब्दी वर्ष के अवसर पर मुख्यमंत्री ने पूर्व विद्यार्थियों कथक नृत्यांगना डॉ. पूर्णिमा पांडेय, पद्मश्री लोक गायिका मालिनी अवस्थी, गायिका दिलराज कौर और संगीत संयोजक केवल कुमार को सम्मानित किया।










