
◆जिलाधिकारी ने लोगों से की 21 जून को घर पर योग करने की अपील
◆कोविड संक्रमण के चलते जिले में कहीं भी नहीं होंगे सामूहिक कार्यक्रम
क़ुतुब अन्सारी
बहराइच l कोविड-19 संक्रमण को देखते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और आयुष मंत्रालय ने इस साल विश्व योग दिवस को डिजिटल मंच पर मनाने का निर्णय किया है। इस वर्ष की थीम होगी योग-एट होम, योग विद फैमिली। कोविड 19 महामारी को लेकर एक जगह लोग इकट्ठे नहीं हो सकेंगे और ना ही सामूहिक कार्यक्रम का आयोजन किया जा सकेगा। इसीलिए आयुष मंत्रालय के मुताबिक 21 जून को सुबह 7 बजे लोग डिजिटल प्लेटफार्म पर योग दिवस के समारोह में शामिल हो सकेंगे। सभी लोगों से अपील की गयी है कि वह घर पर ही योग करें।
जिला अधिकारी शंभू कुमार ने शुक्रवार को बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (उप्र) के मिशन निदेशक विजय विश्वास पंत ने इस संबंध में पत्र भेज कर 21 जून को घर पर ही अंतरराष्ट्रीय योग दिवस आयोजित किये जाने के संबंध में दिशा निर्देश जारी किये हैं। पत्र में अपर सचिव एवं मिशन निदेशक (राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन एवं केन्द्रीय परिवार कल्याण मंत्रालय) वंदना गुरनानी के पत्र के हवाले से कहा गया है कि कोविड संक्रमण के चलते वर्तमान में किसी भी प्रकार का सामूहिक कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाना है, इसलिए इस साल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को डिजिटल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से आयोजित किया जाएगा।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुरेश सिंह ने बताया इस आयोजन का प्रचार प्रसार व जनसमुदाय द्वारा घर बैठे भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न सोशल मीडिया माध्यम जैसे यूट्यूब, ट्विटर फेसबुक, इंस्टाग्राम आदि का उपयोग किया जाएगा। इसके अलावा टेलिविजन चैनलों के माध्यम से भी योग प्रशिक्षण कार्यक्रम का प्रसारण किया जाएगा। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को घर मनाने के लिए आयुष मंत्रालय भारत सरकार द्वारा योग एंड कॉमन योग प्रोटाकॉल ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर लोगों द्वारा कार्यक्रम में अपने घर से ही सहभागिता किये जाने की अपेक्षा की गयी है।
जिला सामुदायिक प्रक्रिया प्रबन्धक मो0 राशिद ने बताया जिलों में क्रियाशील सभी आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर द्वारा भी योग दिवस के संबंध में क्षेत्र के लोगों को जानकारी दी जाएगी। साथ ही आशा, एएनएम और आंगनवाड़ी द्वारा घर-घर जाकर लोगों को योग की जानकारी दी जाएगी l इसके अलावा योग की जानकारी के लिए आयुष मंत्रालय की वेबसाइट पर गाइडलाइन्स भी दी गयी हैं l
स्वस्थ बने रहने के लिये योग जरूरी- योगगुरु वैद्य डा देवेश
जरवल। छठे अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर बोलते हुए आयुष विभाग के डा देवेश कुमार श्रीवास्तव राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय कुण्डासर बहराईच ने बताया कि भारतीय परम्परा संस्कार नियम संयम,आयुर्वेद के स्तम्भ आहार,निद्रा,ब्रह्मचर्य का पालन करते हुए यदि अष्टांग योग में सबसे महत्वपूर्ण यम नियम का पालन करने मात्र से मन व शरीर पूर्ण रुप से स्वस्थ बना रहता है रोग प्रतिरोधक क्षमता बढती है कोई भी रोग पास नही फटकते है यम, नियम,आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा,ध्यान, समाधि को अष्टांग योग कहते हैं जिससे मानव जाति मे जागृति के साथ नवजीवन,उमंग,और उत्साह का संचरण करता है इसमे मुख्य यम के अन्तर्गत अच्छे-बुरे कार्यों को समझते हुए अच्छे कार्यों को करने की ओर प्रेरित करता है। बुरे कार्यों से मन को हटाता है सभी के लिये सामान दृष्टि,सद्भाव,व्यव्हार,सात्विकता से जीवन आलौकिक बनाता है।












