World War-3:  थर्ड वर्ल्ड वॉर हुआ तो कौन सा देश देगा किस देश का साथ?

नई दिल्ली। निवर्तमान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपने कार्यकाल के खत्म होने के दो महीने पहले यूक्रेन को रूस पर लंबी दूरी से हमला करने वाले हथियारों के इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। उनके इस निर्णय से रूस और यूक्रेन के बीच तनाव ही नहीं अमेरिकी सियासत में भी भूचाल आ गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति के इस फैसले के बाद रूस इतना भड़क गया है कि उसने तीसरे विश्व युद्ध की चेतावनी दे दी है। इसके अलावा डोनाल्ड ट्रंप जूनियर ने भी बाइडन पर तनाव बढ़ाने का आरोप लगाया और तीसरे विश्व युद्ध की आशंका जताई है। अगर वाकई विश्व युद्ध होता है तो कौन सा देश इस युद्ध में किस देश का साथ देगा। चलिए इसे समझने की कोशिश करते हैं। 

बीते एक साल से मंजूरी मांग रहा था यूक्रेन

आपको बता दें, अपने बड़े शहरों पर बार-बार किए जा रहे रूसी हमलों से परेशान यूक्रेन बीते एक साल से अमेरिका से उनके लंबी दूरी के मिसाइलों को इस्तेमाल करने की अनुमति मांग रहा था। जिस पर अमेरिका ने मंजूरी नहीं दी थी। लेकिन अब अचानक अपने कार्यकाल के खत्म होने के दो महीने पहले राष्ट्रपति बाइडन ने यूक्रेन को इन हथियारों को रूस के खिलाफ इस्तेमाल करने की इजाजत दे दी। जिसके बाद तीसरे विश्वयुद्ध की आशंका फिर गहराने लगी है।

तीसरे विश्व युद्ध की जताई जा रही संभावना

यूक्रेन को इन मिसाइलों को चलाने की अनुमति देने पर रूस काफी भड़क गया है। अमेरिका के इस कदम पर रूस के फेडरेशन काउंसिल के एक वरिष्ठ सदस्य आंद्रेई क्लिशास ने टेलिग्राम के जरिए चेतावनी दी थी कि, “पश्चिम की ओर से की गई कार्रवाई यूक्रेनी राज्य के पूर्ण पतन का कारण बन सकता है।” इसके अलावा रूस के इंटरनेशनल रिलेशन समिती के उप प्रमुख व्लादिमी दजबारोव ने भी इसपर प्रतीक्रिया देते हुए कहा, “मॉस्को इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई कर सकता है।” उन्होंने इसे तीसरे विश्व युद्ध की ओर बढ़ता हुआ बड़ा कदम बताया है। 

तीसरे विश्व युद्ध में कौन किसका साथ देगा?

रूस के अलावा कई विशेषज्ञों का भी मानना है कि अमेरिका का यह कदम दुनिया को तीसरे विश्व युद्ध की ओर ले जा सकता है। ऐसे में कई लोग इस बात को लेकर भी चर्चा कर रहे हैं कि अगर तीसरा विश्व युद्ध शुरु होता है तो कौन से देश किसकी ओर से इसमें हिस्सा लेंगे। इसके अलावा इस बात की भी चर्चा तेज है कि भारत इस युद्ध में किसकी ओर से लड़ता नजर आ सकता है।

यूक्रेन के साथ खड़े होंगे यूके-यूएस

रूस के मुकाबले यूक्रेन कई मामलों में काफी कमजोर है। इनमें, सैन्य क्षमता, हथियार, आर्थिक स्थिति जैसी चीजें शामिल हैं। ऐसे में विशेषज्ञों का मानना है कि अगर रूस और यूक्रेन के बीच तीसरा विश्व युद्ध छिड़ता है तो अमेरिका और उसके मित्र राष्ट्र (जिनमें यूरोपिय संघ और नाटो सदस्य शामिल हैं) यूक्रेन के साथ खड़े होंगे।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें