
- 3000 मीटर स्टीपलचेज़ में पारुल-अंकिता का भी निराशाजनक प्रदर्शन
नई दिल्ली। टोक्यो में चल रही विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत का निराशाजनक अभियान सोमवार को भी जारी रहा। लंबी कूद खिलाड़ी मुरली श्रीशंकर, स्प्रिंट हर्डलर तेजस शिर्से और महिला स्टीपलचेज़ धाविकाएँ पारुल चौधरी व अंकिता ध्यानी पहले ही दौर में बाहर हो गईं।
एशियाई खेलों के रजत पदक विजेता श्रीशंकर गंभीर घुटने की चोट से एक साल से अधिक समय तक बाहर रहने के बाद जुलाई में वापसी कर पाए थे। उन्होंने रैंकिंग के आधार पर अंतिम स्थान हासिल कर चौथी बार विश्व चैंपियनशिप में क्वालिफाई किया। लेकिन टोक्यो में वे 8.15 मीटर का क्वालिफिकेशन मार्क पार करने या शीर्ष 12 में आने में नाकाम रहे। श्रीशंकर ने क्रमशः 7.78 मीटर, 7.59 मीटर और 7.70 मीटर की छलांग लगाई और 36 में से 25वें स्थान पर रहे।
इससे पहले सुबह हुई महिलाओं की 3000 मीटर स्टीपलचेज़ हीट्स में पारुल चौधरी और अंकिता ध्यानी का प्रदर्शन भी फीका रहा। अंकिता (निजी सर्वश्रेष्ठ 9:31.99 सेकंड) पहले हीट में 10वें स्थान पर रहीं, जबकि पारुल (राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक 9:12.46 सेकंड) ने दूसरे हीट में 9:22.24 सेकंड का समय लिया और नौवें स्थान पर रहीं। समग्र रूप से पारुल 20वें और अंकिता 35वें व अंतिम स्थान पर रहीं।
पुरुषों की 110 मीटर हर्डल्स में भी भारत को निराशा हाथ लगी। राष्ट्रीय रिकॉर्डधारी तेजस शिर्से (13.41 सेकंड) ने पांचवें और अंतिम हीट में 13.57 सेकंड का समय निकालते हुए छठा स्थान पाया। शीर्ष चार और ‘फास्टेस्ट लूजर्स’ के तौर पर चार अन्य खिलाड़ियों को सेमीफाइनल में जगह मिली, लेकिन तेजस कुल मिलाकर 42 हर्डलर्स में 29वें स्थान पर रहे।