
हरिद्वार : अपनी मांगों को लेकर मजदूरों के धरना-प्रदर्शन के आगे रूड़की क्षेत्र स्थित एक निजी कंपनी प्रबंधन को झुकना पड़ा।कंपनी ने अपने 100 से अधिक मजदूरों के लिए न्यूनतम मजदूरी अधिनियम के तहत वेतन देने के लिए मंगलवार को राजीनामा किया।
रूड़की क्षेत्र स्थित एक निजी कंपनी के मजदूर अपनी मांगों को लेकर पीपल्स सोशल एक्शन के बैनर तले पीपल्स यूथ फ्रंट के राष्ट्रीय अध्यक्ष इंजीनियर ललित कुमार के नेतृत्व में धरना-प्रदर्शन कर रहे थे।
इस संबंध में फ्रंट के राष्ट्रीय अध्यक्ष इंजीनियर ललित कुमार ने बताया कि प्रदर्शन के महज दो घंटे में ही कंपनी प्रबंधन को मजदूरों की मांगों के आगे झुकना पड़ा। कंपनी ने समझौता कर मजदूरों का मासिक 11500 रुपये हर माह की 7 तारीख को देने पर सहमति जताई। इसके अलावा विगत वर्षों में निर्धारित वेतन से नीचे वेतन कटौती की मोटी रकम मजदूरों को वापस करने और मजदूरों को ईपीएफ व ईएसआई की सुविधाएं देने की मांग स्वीकार कर ली है। इंजीनियर कुमार ने कहाकि यह मजदूरों की एकता और पीपल्स सोशल एक्शन की ताकत का परिणाम है। हम तब तक लड़ते रहेंगे, जब तक हर मजदूर को उसका पूरा हक नहीं मिल जाता।
बहुजन समाज पार्टी के पूर्व जिला प्रभारी कपिल छाबड़ा के मार्गदर्शन में मजदूरों के हक की लड़ाई सफल हो गई है। धरने में मूलनिवासी विद्यार्थी संघ के राष्ट्रीय संगठन सचिव इंजीनियर अनुज गौतम, पीपल्स यूथ फ्रंट के राज्य महासचिव देवराज सिंह, किसान यूनियन के नेता अनिल कुमार, युवा नेता आकाश कुमार, शेखर, रवि कुमार सहित सैकड़ों मजदूर शामिल रहे। सभी ने एकजुट होकर मजदूरों के अधिकारों के लिए आवाज बुलंद की।