
नेपाल में Gen-Z आंदोलन के बाद देश में राजनीतिक उथल-पुथल मची है। आंदोलन के दौरान फैली हिंसा के बीच केपी शर्मा ओली ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। अब Gen-Z नेता देश के नए नेतृत्व का चुनाव कर रहे हैं।
खबर है कि नेपाल की सुप्रीम कोर्ट की पूर्व चीफ जस्टिस सुशीला कार्की को अंतरिम प्रधानमंत्री बनाए जाने की संभावना है।
Gen-Z नेताओं के साथ वर्चुअल मीटिंग और वोटिंग
- सुशीला कार्की ने Gen-Z नेताओं के साथ करीब 5 घंटे तक वर्चुअल मीटिंग की।
- इस दौरान देश की वर्तमान स्थिति और आने वाली चुनौतियों पर चर्चा हुई।
- मीटिंग के बाद हुई वोटिंग में सुशीला कार्की को 58% वोट मिले, जबकि बालेन शाह को 32% वोट मिले।
सुशीला कार्की कौन हैं?
- जन्म: 7 जून 1952, बिराटनगर
- वे सात भाई-बहनों में सबसे बड़ी हैं।
- कानून की पढ़ाई पूरी करने के बाद 1979 में बिराटनगर से वकालत शुरू की।
- 1985 में महेंद्र मल्टिपल कैंपस, धरान में सहायक अध्यापक बनीं।
- 2007 में सीनियर एडवोकेट बनीं।
सुप्रीम कोर्ट में कार्यकाल और बड़े फैसले
- 22 जनवरी 2009: सुप्रीम कोर्ट में एड-हॉक जज नियुक्त।
- 2010: स्थायी जज बनीं।
- 2016: नेपाल की पहली महिला चीफ जस्टिस बनीं।
- 11 जुलाई 2016 – 7 जून 2017 तक सुप्रीम कोर्ट की बागडोर संभाली।
- कार्यकाल में कई बड़े फैसले लिए; 2017 में माओवादी सेंटर और नेपाली कांग्रेस ने उन पर महाभियोग प्रस्ताव लाया, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने रोक दिया।
- यह उन्हें एक मजबूत और दबाव के बावजूद डटी रहने वाली शख्सियत बनाता है।
पति और निजी जीवन
- पति: दुर्गा प्रसाद सुवेदी, नेपाली कांग्रेस के वरिष्ठ नेता।
- बनारस में पढ़ाई के दौरान मिले।
- सुवेदी पंचायती शासन के खिलाफ आंदोलनों में सक्रिय थे।
- न्यायपालिका से रिटायर होने के बाद सुशीला कार्की ने लेखन शुरू किया।
- 2018: आत्मकथा ‘न्याय’ प्रकाशित।
- 2019: उपन्यास ‘कारा’, जो बिराटनगर जेल के अनुभवों पर आधारित है।