पुतिन ने कहा-केवल स्थायी शांति समझौता ही स्वीकार्य किया जाएगा
मास्को । रूस और यूक्रेन के युद्ध को करीब तीन साल होने वाले हैं। इस बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि वह यूक्रेन को लेकर अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ बातचीत के लिए तैयार हैं और इस वार्ता को शुरू करने के लिए यूक्रेन के साथ किसी भी शर्त की जरूरत नहीं है। पुतिन ने अपने वार्षिक प्रश्नोत्तर सत्र में एक अमेरिकी रिपोर्टर से कहा कि वह ट्रंप से मिलने को तैयार हैं। हालांकि उन्होंने कई सालों से उनसे बात नहीं की है।
पुतिन ने यह दावा खारिज कर दिया कि रूस कमजोर स्थिति में है। उन्होंने कहा कि 2022 में यूक्रेन में रूसी सेना भेजने के बाद मॉस्को मजबूत हुआ है। पुतिन ने कहा कि हमने हमेशा कहा है कि हम बातचीत और समझौतों के लिए तैयार हैं। रूसी सेना अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ रही है। पुतिन ने यूक्रेन के साथ अस्थायी युद्धविराम के विचार को खारिज कर दिया और कहा कि केवल स्थायी शांति समझौता ही स्वीकार्य किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि बातचीत की शुरुआत उस प्रारंभिक समझौते से होनी चाहिए, जो युद्ध के शुरुआती हफ्तों में तुर्की में रूसी और यूक्रेनी वार्ताकारों के बीच हुआ था, लेकिन लागू नहीं हो सका।
उन्होंने कहा कि जल्द ही मेरी राय में यूक्रेन में लड़ने वाले खत्म हो जाएंगे। हम तैयार हैं, लेकिन दूसरी तरफ को भी वार्ता और समझौतों के लिए तैयार होना चाहिए। ट्रंप समझौता कराने में माहिर माने जाते हैं। अपने चुनावी अभियान में वह बार-बार युद्ध खत्म करने का वादा करते रहे हैं, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि वह इसे कैसे करेंगे। पिछले महीने रॉयटर्स ने रिपोर्ट की थी कि पुतिन ट्रंप के साथ यूक्रेन युद्धविराम पर बातचीत के लिए तैयार हैं, लेकिन उन्होंने बड़े क्षेत्रीय समझौते करने से इनकार किया और कहा कि यूक्रेन को नाटो में शामिल होने का ख्वाब छोड़ना होगा।
उत्तर कोरिया की सेना से मदद लेने पर पुतिन ने कहा कि यूक्रेनी सेना कुर्स्क क्षेत्र में बनी हुई है, लेकिन धीरे-धीरे उसने रूसी सेना को अपनी जमीन दे दी है। यूक्रेन का दावा है कि उसने उत्तर कोरिया के तमाम सैनिकों को मार गिराया है। इस पर पुतिन ने कहा, मैं समझता हूं उनके साथ बुरा हो रहा है। उनके लोग काफी कठिनाई में जी रहे है। लेकिन निश्चिंत रहें, हम हर संभव प्रयास करेंगे। हम सब कुछ बहाल कर देंगे। रूसी जनरल इगोर किरिलोव की हत्या पर पुतिन ने सीधे धमकी दी कहा, इसका अंजाम बहुत बुरा होगा।