तिब्बत से वैचारिक डर है चीन को: प्रो मनोज दीक्षित
आक्रामक रणनीति से बीटीएसएस करेगा चीन का विरोध : तोमर
लखनऊ। चीन की विस्तारवादी नीति को भारतीय जनता के सामने रख कर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। यह उदगार आज भारत तिब्बत समन्वय संघ यानी बीटीएसएस के युवा विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज सिंह ने आयोजित अभिनंदन बैठक के दौरान कहीं। उन्होंने लखनऊ में अपने आवास पर आयोजित अभिनंदन कार्यक्रम के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं से कहा कि आपने जो हमारा सम्मान किया है, उसके बाद संगठन के प्रति जिम्मेदारी और बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि आगामी 30 अप्रैल को लखनऊ में आयोजित क्षेत्रीय बैठक की तैयारी में सब जुट जाएं। यह हम सब का काम है।
इस मौके पर बीटीएसएस के केंद्रीय परामर्शदात्री समिति के सदस्य व अवध विवि के पूर्व वीसी प्रो मनोज दीक्षित ने कहा कि चीन वास्तव में तिब्बत से वैचारिक रूप से आतंकित रहता है लेकिन चीन को अगर समय रहते रोका न गया तो तिब्बत को वह बर्बाद करने में कोई कोर कसर न छोड़ेगा। तिब्बत के पास प्रकृति ने जल का इतना बड़ा भंडार दे रखा है कि वह दुनिया के कई देशों की जनसंख्या की प्यास बुझा सकता है लेकिन चीन का उस पर अनैतिक आधिपत्य दुनिया में कहीं अगला युद्ध न करा दे। इस अवसर पर संघ के केंद्रीय संयोजक व पत्रकार हेमेन्द्र तोमर ने कहा कि समूचे देश में तिब्बत की स्वतंत्रता और कैलाश मुक्ति के लिए जुटे इस संगठन के प्रथम प्रेरक रज्जू भइया हैं और अब अगले चरण में हम पहले से अधिक आक्रामक हो कर इस अभियान में जुटने जा रहे।
ष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में घोषणा के बाद श्री सिंह के साथ संघ के अधिकारियों व कार्यकर्ताओं के साथ यह पहली औपचारिक बैठक रही। अभिनंदन कार्यक्रम में जहां महिला पदाधिकारियों ने उन्हें तिलक लगाकर आरती उतारी, नारियल भेंट किए वहीं संघ के केंद्रीय संयोजक हेमेंद्र तोमर ने उन्हें पगड़ी पहनाकर व तलवार भेंट कर युवाओं के लिए सक्रिय कमान संभालने का आह्वान किया। इस अवसर पर अवध विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति व संघ की केंद्रीय परामर्शदात्री समिति के सदस्य मनोज दीक्षित ने भी आशीर्वादस्वरुप पुस्तकें भेंट की। इसी प्रकार अधिसंख्य अधिकारियों ने अंग वस्त्र भी प्रदान किए।