
Shubman Gill: रोहित शर्मा और विराट कोहली के सन्यास के बाद BCCI के लिए सबसे बड़ा सरदर्द ये था कि भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम का कप्तान किसे बनाया जाये। इंग्लैंड टीम के दौरे पर जाने वाली भारतीय टीम की घोषणा के साथ ही ये भी स्पष्ट हो गया कि अब शुभमन गिल के हांथो टेस्ट टीम की कमान होगी। हालाँकि इससे पहले शुभमन गिल को टेस्ट कैप्टेंसी का कोई भी अनुभव नहीं है। गिल T20I में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व कर चुके है, और उनकी कैप्टेंसी में टीम ने ठीक ठाक परफॉर्म भी किया था।
अब बिना किसी अनुभव के टेस्ट टीम की कमान शुभमन गिल को सौंपे जाना कौतुहल का विषय बना हुआ है। इस रेस में जसप्रीत बुमराह, ऋषभ पंत और KL राहुल, ये तीन नाम सबसे आगे चल रहे थे, पर गिल को कप्तान तो पंत को उनके डिप्टी की भूमिका सौंपी गयी है। रोहित और विराट के सन्यास के बाद, शुभमन के साथ, जसप्रीत बुमराह, ऋषभ पंत, और KL राहुल का नाम भी रेस में चल रहा था, पर कम अनुभव के बावजूद गिल के नाम पर तवज्जो दिये जाने के कई कारण है।
जसप्रीत बुमराह की उपलब्धता पर शक
जसप्रीत बुमराह को कैप्टेन्सी न मिलने के पीछे सबसे बड़ा कारण उनकी अवैलिबिलटी भी हो सकती है, बुमराह ने इससे पहले भी टेस्ट क्रिकेट में भारत का प्रतिनिधित्व किया है। बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में भी रोहित शर्मा के आखिरी मैच न खेलने पर बुमराह ने ही टीम की कमान संभाली थी। हालाँकि बुमराह टीम को जीत दिलाने में कामयाब साबित नहीं हुए। जसप्रीत बुमराह अक्सर अपनी चोट के चलते टीम से बाहर रहते है, ऐसे में BCCI एक परमानेंट कप्तान की ओर रूख करना चाहती है। आईपीएल 2025 में गुजरात टाइटंस की कमान सँभालते हुए शुभमन गिल ने अपनी टीम को लगातार टेबल टॉपर बना रखा है। यही वजह है कि गिल को बुमराह के ऊपर तवज्जो दी गयी है।
ऋषभ पंत क्यों नहीं बनाया गया कप्तान
ऋषभ पंत ने पहले भी टीम इंडिया की कप्तानी की है, टेस्ट के साथ पंत ने ODI में भी टीम की कमान संभाली है। हालांकि बीते कई सालों से पंत आईपीएल में कप्तानी कर रहे है, पर पहले दिल्ली और अब लखनऊ की कमान मिलने के बावजूद वो कुछ ख़ास नहीं कर पाए। अपनी कप्तानी में ऋषभ पंत टीम को उबरना तो दूर बल्कि खुद की परफॉर्मेंस भी गँवा बैठे है। लखनऊ सुपर जाइंटस की कप्तानी करते हुए पंत ने अबतक कुल 128 रन ही बनाये है। पंत ने IPL 18 में सिर्फ एक अर्धशतक लगाया है, इसके अलावा बीते 6 महीने में पंत की परफॉर्मेंस काफी ख़राब नजर आई है। ऐसे में किसी ऐसे खिलाड़ी को कप्तान बनाना जो परफॉर्म ही न कर रहा हो, बेईमानी होगा। BCCI कभी नहीं चाहेगा कि उसे अपना कप्तान बार बार बदलना पड़े तो शुभमन गिल इस मामले में एक परफेक्ट मैच है।
KL राहुल क्यों किया गया दरकिनार
जबसे गौतम गंभीर टीम इंडिया के हेड कोच बने है, KL राहुल T20 टीम से पूरी तरह बाहर हो चुके है। टेस्ट और ODI में भी KL अपनी जगह अब पक्की नहीं कर पा रहे, कभी ओपनिंग तो कभी पांच नंबर तो कभी 6 या सात नंबर पर खेलते नजर आये है। निसंदेह KL राहुल एक अच्छे खिलाड़ी है और टीम ने उनकी कप्तानी में अच्छा परफॉर्म भी किया है। आईपीएल में भी राहुल ने पहले पंजाब और फिर लखनऊ के लिए परफॉर्म करके दिखाया है पर BCCI उन्हें टीम में परफ़ॉर्मर की भूमिका में देखना चाहती है। इसलिए कोई एक्स्ट्रा बर्डन डालना सेलेक्टर्स को सही नहीं लगा।
तीनों फॉर्मेट का एक कप्तान
कहीं न कहीं BCCI अभी भी टीम इंडिया में तीनो फॉर्मेट का एक कप्तान खोजने में जुटी है। चैंपियंस ट्रॉफी में शुभमन गिल को रोहित शर्मा का डिप्टी बनाना ये क्लियर मैसेज था की रोहित के बाद गिल ही ODI के कप्तान होंगे। भले ही T20I में सूर्यकुमार यादव टीम इंडिया के फुल टाइम कप्तान है पर उम्र का फैक्टर BCCI कभी नजरअंदाज नहीं करेगी। T20I में भी गिल भारतीय टीम के फुल टाइम वाइस कैप्टेन है तो इससे ये स्पष्ट समझा जा सकता है कि BCCI तीनों फॉर्मेट का एक कप्तान वाली थ्योरी भूली नहीं है। 2021 T20 वर्ल्ड कप के बाद जब विराट कोहली ने भी क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप से कप्तानी छोड़ने का निर्णय लिया था तो BCCI ने ये स्पष्ट कर दिया था कि वो तीनों फॉर्मेट के लिए अलग-अलग कप्तानों की तरफ नहीं देख रहे। इसके बाद विराट और सौरव गांगुली की कंट्रोवर्सी आप सबको पता ही है।
टेस्ट क्रिकेट में गिल का प्रदर्शन
इंग्लैंड दौरे के से पहले गिल को भारतीय टीम की कमान मिलने के बाद उनकी चुनौतियां और बढ़ चुकी है। अब गिल को टीम के साथ साथ अपनी परफॉर्मेंस भी संभाल के रखनी होगी। टेस्ट क्रिकेट में गिल को कप्तानी के साथ साथ बतौर बल्लेबाज खुद को साबित करना होगा। गिल ने 5 दिवसीय क्रिकेट में 59 पारियों में 35.05 के औसत से 1893 रन बनाए हैं। भारत से बाहर उनका औसत 30 का भी नहीं है। 4 साल से ज्यादा हो गया जब एशिया से बाहर गिल ने 50 से ज्यादा का स्कोर बनाया हो। इंग्लैंड में में गिल ने 3 टेस्ट खेले है जिसमें 6 पारियों में उन्होंने 14.66 के औसत से सिर्फ 88 रन ही बनाए हैं। साउथ अफ्रीका में उन्होंने 2 मैच की 4 पारियों में 18.50 के औसत से 74 रन बनाए हैं। कैरेबियाई देशों में 2 टेस्ट की 3 पारियों में 22.50 के औसत से 45 रन बनाए हैं। मायने इंग्लैंड,ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के साथ साथ कैरेबियाई देशों में भी गिल का प्रदर्शन कुछ ख़ास नहीं रहा है।
इंग्लैंड दौरे के लिए भारीय टीम
शुभमन गिल (कप्तान), ऋषभ पंत (विकेटकीपर/उपकप्तान), यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, साई सुदर्शन, अभिमन्यु ईश्वरन, करुण नायर, नीतीश रेड्डी, रवींद्र जडेजा, ध्रुव जुरेल (विकेटकीपर), वॉशिंगटन सुंदर, शार्दुल ठाकुर, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा, आकाश दीप, अर्शदीप सिंह
कुलदीप यादव
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