
US China Trade War Reciprocal Tarrifs: चीन ने 13 अप्रैल को अमेरिकी सरकार से रेसिप्रोकल टैरिफ को पूरी तरह से रद्द करने की अपील की है. चीन पर डोनाल्ड ट्रंप ने 145 फीसदी शुल्क लगाया हुआ है. चीनी वाणिज्य मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि हम अमेरिका से आग्रह करते हुए कि वह अपनी गलतियो को सुधारने के लिए एक बड़ा कदम उठाए. वह रेसिप्रोकल टैरिफ को पूरी तरह से रद्द करे और आपसी सम्मान के सही रास्ते पर लौट आए.
उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स पर ट्रंप प्रशासन की ओर से घोषित टैरिफ छूट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए चीन ने कहा कि यह 145 फीसदी टैरिफ लगाने की अमेरिकी सरकार की गलत प्रथा को सुधारने की दिशा में छोटा सा कदम है. प्रवक्ता ने कहा कि चीन इसके प्रभाव का मूल्यांकन कर रहा है.
चीन ने अमेरिका पर लगाया 125 फीसदी शुल्क
बता दें कि चीन ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए अमेरिका पर 125 फीसदी शुल्क लगाया हुआ है. इससे दोनों देशों के बीच ट्रेड वार की संभावना बढ़ गई है. विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यह टैरिफ युद्ध जारी रहा, तो दोनों देशों के बीच दशकों से चले आ रहे व्यापारिक संबंधों को गंभीर नुकसान हो सकता है.
चीन ने अमेरिका के खिलाफ एकजुट मोर्चा बनाने का दिया संकेत
चीन ने यह भी संकेत दिया है कि यदि अमेरिका टैरिफ बढ़ाने की अपनी नीति पर कायम रहता है, तो वह अन्य देशों के साथ मिलकर एकजुट मोर्चा बना सकता है. हाल ही में राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने यूरोपीय संघ से अमेरिका की ‘एकतरफा धौंस’ का विरोध करने का आह्वान किया है.
इस टैरिफ युद्ध का असर वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं और उपभोक्ता कीमतों पर भी पड़ सकता है, जिससे वैश्विक अर्थव्यवस्था में अस्थिरता बढ़ने की आशंका है.