
हम रोज़ाना स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं—कभी कॉल करने के लिए, कभी वीडियो बनाने के लिए या फिर Google Assistant और Siri से बात करने के लिए। लेकिन क्या आपने कभी गौर किया है कि आपके फोन में एक से ज्यादा माइक्रोफोन क्यों लगे होते हैं? क्या एक माइक्रोफोन काफी नहीं होता?
चलिए, जानते हैं इसका कारण…
एक माइक्रोफोन क्यों नहीं काफी?
जब भी आप कॉल करते हैं या वॉइस रिकॉर्ड करते हैं, तो आपके आसपास का शोर भी साथ में रिकॉर्ड होता है। अगर फोन में सिर्फ एक ही माइक्रोफोन हो, तो वह आपकी आवाज और बैकग्राउंड नॉइज़ दोनों को मिलाकर भेजता है। इससे सामने वाले को आपकी बात समझने में दिक्कत हो सकती है।
दो या तीन माइक्रोफोन कैसे काम करते हैं?
- पहला माइक्रोफोन आमतौर पर फोन के नीचे होता है, जहां से आप बोलते हैं।
- दूसरा माइक्रोफोन फोन के ऊपरी हिस्से या कैमरे के पास होता है, जो बैकग्राउंड शोर को पकड़ता है।
- कुछ प्रीमियम फोन में तीसरा माइक्रोफोन भी होता है, जो वीडियो रिकॉर्डिंग के दौरान 3D साउंड कैप्चर करता है।
इससे फायदा क्या होता है?
- कॉलिंग के दौरान आपकी आवाज साफ और स्पष्ट सुनाई देती है।
- वीडियो रिकॉर्ड करते समय ऑडियो क्वालिटी बेहतर होती है।
- Google Assistant और Siri जैसी वॉइस असिस्टेंट आपकी बात सही से समझ पाते हैं।
- भीड़भाड़ या शोरगुल वाली जगहों में भी बात करना आसान हो जाता है।
वॉइस असिस्टेंट कैसे काम करते हैं?
Google Assistant (Android डिवाइस में) और Siri (Apple डिवाइस में) वॉइस-बेस्ड डिजिटल असिस्टेंट हैं। ये आपकी आवाज को पहचानते हैं और आपके सवालों का जवाब देते हैं, जैसे कि मौसम पूछना, अलार्म लगाना या मैसेज भेजना।
अब अगली बार जब आप फोन उठाएं, तो जान लीजिए कि उसमें सिर्फ एक नहीं, कई माइक्रोफोन आपकी बातचीत को बेहतर बनाने में लगे होते हैं!
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