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लखनऊ डेस्क: भारतीयों के सेडान से मोहभंग होने के पीछे कुछ खास कारण हैं, जिनमें से प्रमुख हैं – SUV की बेहतर रोड प्रेजेंस, आरामदायक सफर, खराब सड़कों पर बेहतर प्रदर्शन, अतिरिक्त फीचर्स और स्टेटस सिंबल। हालांकि, भारतीयों में शोबाजी का भी एक हद तक असर दिखाई देता है।
सेडान कारों का समय मुश्किल दौर से गुजर रहा है, और हाल ही में Maruti Ciaz जैसी प्रीमियम सेडान को डिस्कंटीन्यू करने की खबर आई है। इससे पहले Skoda Octavia और Skoda Superb जैसी कई सेडान कारें भी बंद हो चुकी हैं। क्या आपने कभी सोचा है कि भारतीय बाजार में लोग सेडान से SUV की ओर क्यों बढ़ रहे हैं? क्या यह सिर्फ शोबाजी है या फिर सेडान के डिजाइन में कुछ खामियां हैं, जो लोगों को SUV की ओर आकर्षित कर रही हैं? आइए, इन सवालों का उत्तर विस्तार से समझते हैं।
SUV का स्टेटस सिंबल और रोड प्रेजेंस
SUV कारें अपनी ऊंचाई, आकार और दमदार लुक के कारण ज्यादा आकर्षक लगती हैं। भारत में कार केवल एक आवश्यकता नहीं, बल्कि एक स्टेटस सिंबल बन चुकी है। बड़ी और दमदार दिखने वाली SUVs लोगों को ज्यादा इम्प्रैसिव महसूस कराती हैं।
खराब सड़कों पर SUV की श्रेष्ठता
भारत के कई इलाकों में सड़कों की हालत खराब है। ऐसी स्थिति में, ऊंचे ग्राउंड क्लीयरेंस वाली SUVs बेहतर होती हैं, क्योंकि ये स्पीड ब्रेकर, गड्ढे और ऊबड़-खाबड़ रास्तों पर ज्यादा आरामदायक होती हैं, जबकि सेडान की कम ग्राउंड क्लीयरेंस एक बड़ी कमी बन गई है।
ज्यादा स्पेस और प्रैक्टिकलिटी
SUV में अधिक ग्राउंड क्लीयरेंस, बड़ा बूट स्पेस और बेहतर हेडरूम/लेगरूम मिलता है। भारतीय परिवारों को लंबी यात्राएं करनी होती हैं, और अक्सर ज्यादा लोग एक कार में बैठते हैं। इस लिहाज से SUV ज्यादा कंफर्टेबल और प्रैक्टिकल ऑप्शन बन जाती है।
सेडान के फीचर्स में कमी
अब SUVs में वही प्रीमियम फीचर्स आ रहे हैं, जो पहले केवल सेडान में होते थे। मिड-साइज SUVs (जैसे Hyundai Creta, Kia Seltos) में अब सनरूफ, ADAS, डिजिटल क्लस्टर, 360-डिग्री कैमरा और वेंटिलेटेड सीट्स जैसे फीचर्स मिल रहे हैं, जो सेडान को पीछे छोड़ रहे हैं।
सेडान का डिजाइन
सेडान की कम ग्राउंड क्लीयरेंस इसकी सबसे बड़ी कमजोरी बन गई है। इसका बॉनट अक्सर स्पीड ब्रेकर से टकराता है, और सेडान में तदर्थ आदमी को बैठने में थोड़ी परेशानी होती है। इन कारणों से लोग सेडान को कम प्राथमिकता देने लगे हैं।
सेडान की कीमतें बढ़ी, इंजन ऑप्शन घटे
पहले सेडान कारों को किफायती माना जाता था, लेकिन अब इनकी कीमतें SUVs के बराबर हो गई हैं। दूसरी ओर, कंपनियों ने सेडान के डीजल वेरिएंट्स कम कर दिए हैं, जिससे माइलेज की तलाश में ग्राहक SUVs की तरफ बढ़े हैं।
माइंडसेट में बदलाव: “SUV is Cool”
आजकल के युवा ग्राहक सेडान की बजाय SUVs को ज्यादा पसंद कर रहे हैं क्योंकि उन्हें यह “मॉर्डन” और “मजबूत” कार लगती है। फिल्में, सोशल मीडिया और सेलिब्रिटीज के प्रभाव से भी लोग SUVs की ओर आकर्षित हो रहे हैं।
क्या “शो बाजी” है वजह?
कहीं न कहीं, भारतीय ग्राहकों के बीच SUVs को एक “पॉवरफुल और लग्जरी” कार के रूप में देखा जाता है। बड़ी गाड़ी चलाने से लोग ज्यादा कॉन्फिडेंट महसूस करते हैं, और यह एक स्टेटस सिंबल बन जाता है। हालांकि, यह सिर्फ दिखावा नहीं है; SUVs प्रैक्टिकल भी हैं, जिनकी वजह से लोग इन्हें सेडान के मुकाबले ज्यादा पसंद कर रहे हैं।