बिहार में स्पीकर पद किसे मिलेगा? भाजपा और जेडीयू ने पेश की दावेदारी

Bihar CM Oath : बिहार में 20 नवंबर को नई सरकार का गठन तय हो चुका है। इस बार भी नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार बनेगी, जिसमें कुल 31 मंत्री पद होंगे, जिनमें से पांच पद फिलहाल रिक्त रखे जाएंगे। इस बीच, बिहार विधानसभा में स्पीकर पद को लेकर जेडीयू और भाजपा के बीच टकराव की स्थिति बन गई है।

माना जा रहा है कि यह पद भाजपा के खाते में आएगा। इसी पर आधारित फॉर्मूले पर ही बिहार में एनडीए की सरकार का गठन तय हुआ है। जेडीयू से नीतीश कुमार मुख्यमंत्री का पद संभाल रहे हैं, और अब स्पीकर की कुर्सी भी भाजपा अपने पक्ष में ले सकती है।

बिहार में 20 नवंबर को नीतीश कुमार पटना के गांधी मैदान में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इस बात में कोई संशय नहीं है कि बिहार का नेतृत्व कौन करेगा। तस्वीर पूरी तरह स्पष्ट है। नीतीश कुमार ने अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया है, और दो दिन बाद फिर से मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इसी के साथ, आज यानी मंगलवार को जेडीयू और भाजपा ने अपने-अपने विधायक दल की बैठकों का आयोजन किया है, और बुधवार को एनडीए की संयुक्त बैठक होगी। इसमें नीतीश कुमार को एनडीए का विधायक दल का नेता चुना जाएगा, जिसके बाद वह सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। बैठक में स्पीकर पद को लेकर भी चर्चा होगी।

सरकार बनाने की प्रक्रिया के अनुसार, दो उपमुख्यमंत्री होंगे, और दोनों ही भाजपा के होंगे। नीतीश कुमार की कैबिनेट में कुल 31 मंत्री शामिल होंगे, जिनमें भाजपा और जेडीयू के 13-13 मंत्री होंगे। सहयोगी दल एलजेपी, RLM, HAM को भी एक-एक मंत्री का अवसर मिलेगा। 20 नवंबर को नीतीश कुमार दसवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। मंत्रिमंडल में कुल सदस्यों की संख्या 30 से 35 के बीच रहेगी, जिसमें जेडीयू और भाजपा को समान हिस्सेदारी मिलेगी—जेडीयू को 14-15 और भाजपा को 16 मंत्री। छोटे सहयोगियों, जैसे LJP(RV), HAM, और RLM को भी कुछ सीटें दी जाएंगी।

मंत्रियों की संभावित सूची में जेडीयू से विजय कुमार चौधरी को फिर से वित्त या गृह मंत्री पद मिल सकता है। श्रवण कुमार को ग्रामीण विकास, ललन सिंह को कृषि, और लेशी सिंह को शिक्षा विभाग मिल सकता है। इनाम सिंह या संजय झा जैसे करीबी नेताओं को भी मंत्रिमंडल में स्थान मिल सकता है। भाजपा से डिप्टी सीएम में सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा रहेंगे। रेणु देवी को महिला कल्याण विभाग, सुशील कुमार मोदी को वित्त मंत्रालय में फिर से देखा जा सकता है। नित्यानंद राय ऊर्जा मंत्री बन सकते हैं, और प्रेम कुमार उद्योग विभाग संभालेंगे। नए चेहरों में नंद किशोर यादव या हरिचरण बिष्ट को भी मौका मिल सकता है।

छोटे दलों में से LJP(RV) के करीबी चिराग पासवान के समर्थक राजू तिवारी या संजय पासवान को भी मंत्री पद मिल सकता है। HAM से संतोष मांझी, और RLM से उपेंद्र कुशवाहा की पत्नी स्नेहलता कुशवाहा को भी मंत्री बनने का मौका मिल सकता है। हालांकि, ये नाम अभी अटकलों पर आधारित हैं, लेकिन सूत्रों के अनुसार लगभग तय हैं।

अब, बिहार में स्पीकर पद को लेकर स्थिति स्पष्ट हो रही है। दोनों ही जेडीयू और भाजपा इस पद पर अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं। भाजपा इस पद को हर कीमत पर अपने पास रखना चाहती है। पिछली विधानसभा में भाजपा का नेतृत्व नंद किशोर यादव ने किया था, जबकि जेडीयू ने नरेंद्र नारायण यादव को डिप्टी स्पीकर बनाया था। इस पद को लेकर ही दोनों दल के शीर्ष नेता आज दिल्ली में बैठक करेंगे।

जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह पटना से दिल्ली रवाना हो चुके हैं। ये दोनों नेता केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात कर सकते हैं। यदि यह माना जाए कि सरकार बनाने का फॉर्मूला तय हो गया है, तो अब स्पीकर पद की लड़ाई शुरू हो गई है। अंतिम फैसला वक्त के साथ ही स्पष्ट होगा कि बिहार विधानसभा का नया अध्यक्ष जेडीयू से होगा या भाजपा से।

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