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लखनऊ डेस्क: आज 22 फरवरी के दिन ही भारती माँ के वीर सपूत उय्यालवाड नरसिंह रेड्डी का निधन हुआ था ,भारत माँ के इस वीर सपूत के बारे में लोग कम ही जानते हैं। (24 नवंबर 1806 – 22 फरवरी 1847) उय्यालवाड नरसिंह रेड्डी एक प्रमुख भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थे, जिन्होंने 1847 में कुरनूल जिले में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के खिलाफ विद्रोह का नेतृत्व किया। इस विद्रोह में लगभग 5,000 किसान पारंपरिक कृषि व्यवस्था में अंग्रेजों द्वारा लाए गए परिवर्तनों, विशेषकर रैयतवाड़ी प्रणाली, का विरोध कर रहे थे। नरसिंह रेड्डी और उनके कमांडर-इन-चीफ वड्डे ओबन्ना ने मिलकर ब्रिटिश सैनिकों के खिलाफ संघर्ष किया, जिसमें उन्होंने 3,000 से अधिक ब्रिटिश सैनिकों को मार डाला।
नरसिंह रेड्डि का जन्म आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले के उय्यालवाड़ा मंडल के रूपनगुडी गाँव में हुआ था। उनके पिता का नाम मल्लरेड्डी और माता का नाम सीताम्मा था।
उनकी वीरता और बलिदान को सम्मानित करने के लिए, उनकी जीवन गाथा पर आधारित एक तेलुगु फिल्म “सई रा नरसिम्हा रेड्डी” बनाई गई है, जिसमें अभिनेता चिरंजीवी मुख्य भूमिका में हैं। यह फिल्म उनकी बहादुरी और संघर्ष की कहानी को दर्शाती है।
नरसिंह रेड्डी की वीरता और बलिदान भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं।