लखनऊ- देशभर में कोरोना के घटते केस ने शायद लोगों को यह अहसास करा दिया हैं कि कोरोना अब हमेशा के लिये चला गया हैं। लेकिन इस बीच दक्षिण अफ्रीका के देश बोत्सवाना से निकले नए वैरिएंट ओमिक्रॉन ने एक बार फिर इसकी दहशत फैला दी थी। यह भी कहा गया कि यह वायरस म्यूटेंट हो गया हैं। इसके चलते इसे तेजी से फैलने वाला बताया गया। इसके संक्रमण को देखते हुए इतना तो तय है कि किसी भी तरह के कोरोना वायरस से 80 से 90 प्रतिशत तक बचाव मास्क और कोरोना गाइडलाइन का पालन करके किया जा सकता है। यह सब जानते हुए भी लोग लापरवाही बरतने को तैयार हैं।
वहीं जनवरी में यह एक बार फिर तेजी से फैला और फरवरी माह के पहले पखवाड़े के आते-आते में इसकी संक्रमण दर में उतनी ही तेजी से कमी आई। फिर भी इसे हल्के में नहीं लिया जा सकता। सावधानी और कोरोना नियमों का पालन के साथ ही वैक्सीन इसका एकमात्र बचाव का जरिया हैं।आपको बता दें कि हर इलाके में लापरवाही के हालात देखने को मिल रहे हैं। जो बेहद चिंताजनका बनता जा रहा हैं।
आपको बता दें कि खुल आम बाजारों, बसों, गलियों और चौराहों पर लोग बेपरवाही से बिना मास्क लगाए घूमते दिखते हैं। लापरवाह बरत रहे इन लोगों को न खुद की चिंता है और न ही दूसरों की। यही नहीं सड़कों और चौराहों पर तो तैनात पुलिसकर्मी भी इसको लेकर तटस्थ रहे। वैक्सीनेशन, मास्क और कोरोना गाइडलाइन की कोरोना से बचाव का सबसे सशक्त तरीका है, जो कि अपनाने में बेहद आसान है। इसके बावजूद भी लोग लापरवाही करने पर आमादा हैं।
टीकाकरण और गाइडलाइन ने किया था बचाव
सरकार की ओर से लगातार जनवरी से किए जा रहे टीकाकरण के चलते और डेल्टा वैरिएंट की लहर के दौरान लोगों द्वारा बरती गई सावधानी और सुरक्षा उपायों के चलते ही देशभर में कोरोना के बढ़ते मामलों पर रोकथाम की जा सकी थी। लेकिन बाद में केस घटने के बाद लोग भी लापरवाह हो गए। प्रशासन और पुलिस ने भी ध्यान देना बंद सा कर दिया। अब जरूरत है कि फिर से वही सतर्कता बरती जाए।
सोशल डिस्टेंस की उड़ाई गई धज्जियां
शहर की कृषि उपज मंडी में अधिकतर लोग बिना मास्क के तथा बिना सोशल डिस्टेंस के खरीदारी करते नजर आए। वहीं शहर में आयोजित हो रहे सामाजिक कार्यक्रमों में भी कोरोना गाइडलाइन की कोई पालना नहीं की जा रही है। शहर के अस्पताल रोड पर एक शादी समारोह में भी सभी महिलाएं बिना मास्क पहने और सोशल डिस्टेंस का उल्लंघन करते नजर आये।
कोरोना संक्रमित 21 लोग
वहीं एक जिले में शुक्रवार को कोरोना के 21 केस मिले हैं। इनमें से 5 लोग अस्पताल में भर्ती हैं। इनमें से तीन कोटा, एक झालावाड़ और एक बारां शहर के निजी अस्पताल में भर्ती हैं। अब तक जिले में 166 एक्टिव केस हैं। आपको बता दें कोरोना संक्रमण कम तो हो गया है, लेकिन एहतियात बरतना भी लोग भूल गये हैं।