
अयोध्या: यूपी में मौसम की चाल बदल रही है. पिछले 3-4 दिनों से उत्तरी-पश्चिमी हवाओं के चलने से न्यूनतम-अधिकतम तापमान में प्रभावी कमी दर्ज की गई, जिससे सुबह-शाम ठंड में इजाफा हुआ. अब मौसम विज्ञान विभाग का अनुमान है कि आगामी 48 घंटे तक न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है. हालांकि पश्चिमी विक्षोभ समाप्त होने के बाद फिर से न्यूनतम तापमान में कमी की संभावना है.
नोएडा सबसे प्रदूषित: आंकड़ों के अनुसार नोएडा सबसे अधिक पॉल्यूशन वाला शहर रहा. जहां पर एयर क्वालिटी इंडेक्स 317 रिकॉर्ड किया गया, जो कि रेड जोन में है. नोएडा के अलावा गाजियाबाद भी रेड जोन में है, जहां एयर क्वालिटी इंडेक्स 315 दर्ज किया गया. इसके अलावा अन्य शहर ऑरेंज जोन में है.
लखनऊ के इलाकों में AQI: लखनऊ के विभिन्न क्षेत्र का एयर क्वालिटी इंडेक्स कुछ इस प्रकार रहा- बी.आर अंबेडकर यूनिवर्सिटी 212, गोमती नगर लखनऊ 228, केंद्रीय विद्यालय 229, कुकरैल पिकनिक स्पॉट 171, लालबाग लखनऊ 173, तालकटोरा इंडस्ट्रियल एरिया में 272 एक्यूआई रहा. राजधानी का तालकटोरा इंडस्ट्रियल एरिया सबसे अधिक प्रदूषित क्षेत्र है. यह रेड जोन के काफी करीब है.
लखनऊ का मौसम: राजधानी लखनऊ में रविवार को सुबह-शाम के समय हल्की धुंध, मिश्रित कोहरा रहा, दिन में धूप खिली. सुबह और शाम के समय गुलाबी ठंडक जारी है. अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो कि सामान्य है. वहीं, न्यूनतम तापमान 10.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो कि सामान्य से 1 डिग्री सेल्सियस अधिक है.
मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार सोमवार को भी सुबह-शाम के समय हल्का कोहरा छाया रहेगा. दिन में आसमान साफ रहेंगा, अधिकतम तापमान 25 व न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है.
अयोध्या सबसे ठंडा: रविवार को उत्तर प्रदेश का अयोध्या सबसे ठंडा जिला रहा, जहां पर न्यूनतम तापमान 5.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो कि सामान्य से 5 डिग्री सेल्सियस कम है. वहीं, सबसे अधिकतम तापमान कानपुर देहात जिले में 27.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो कि सामान्य से लगभग 2 डिग्री सेल्सियस अधिक है.
मौसम वैज्ञानिक डॉक्टर अतुल सिंह ने बताया कि आने वाले 2-3 दिनों तक पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सुबह-शाम के समय हल्का कोहरा छाया रहेगा. दिन में आसमान साफ रहेगा, धूप खिलेगी. 48 घंटे तक न्यूनतम तापमान में 2 डिग्री सेल्सियस तक और वृद्धि हो सकती है, वहीं अधिकतम तापमान में विशेष बदलाव नहीं होगा.











