
मनाली। हिमाचल प्रदेश में लंबे इंतज़ार के बाद आखिरकार मौसम ने करवट ले ली है। मनाली और लाहुल स्पीति के पर्वतीय क्षेत्रों में सोमवार से हिमपात का दौर शुरू हो गया है। रोहतांग, बारालाचा और शिंकुला दर्रे सहित सभी ऊंची चोटियां ताज़ा बर्फ की सफ़ेद चादर में ढक गईं। बादलों से घिरी घाटियों में भी बर्फबारी की उम्मीद बढ़ गई है, जिससे विंटर सीज़न में रौनक लौटने की संभावना है।
पर्यटकों में उत्साह, लेकिन सतर्कता जरूरी
सोमवार सुबह बड़ी संख्या में पर्यटक रोहतांग की ओर रवाना हुए, मगर खराब मौसम और सुरक्षा को देखते हुए उन्हें केवल मढ़ी तक ही जाने की अनुमति दी गई। बाहरी राज्यों से पर्यटन वाहनों की आमद लगातार बढ़ रही है।
लाहुल-स्पीति की उपायुक्त किरण भंडाना ने पर्यटकों और स्थानीय लोगों से अपील की कि वे दारचा से आगे न बढ़ें, क्योंकि मनाली-लेह हाईवे को आधिकारिक तौर पर बंद कर दिया गया है। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में लगातार बर्फ गिरने से जोखिम बढ़ गया है।
हालांकि, शिंकुला दर्रा अभी भी यातायात के लिए सुचारू है। सोमवार सुबह चार पहिया ड्राइव (4×4) वाले लगभग एक दर्जन वाहन शिंकुला होते हुए जांस्कर की ओर निकले।
10 दिसंबर तक खुला रहेगा रोहतांग पास
कुल्लू जिला प्रशासन ने रोहतांग दर्रा 10 दिसंबर तक खोले रखने का निर्णय लिया है। इसके बाद रास्ते की स्थिति पूरी तरह मौसम पर निर्भर करेगी। फिलहाल, सुरक्षा कारणों से केवल 4×4 वाहन ही दर्रे में जाने की अनुमति पा रहे हैं, यही वजह है कि अधिकतर पर्यटक कोकसर का रुख कर रहे हैं।
एसडीएम मनाली रमण कुमार शर्मा ने पुष्टि करते हुए कहा कि 10 दिसंबर तक रोहतांग में बर्फबारी का आनंद लिया जा सकेगा।















