उच्चस्तरीय टीम-09 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिए निर्देश
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड के प्रति स्कूलों में प्रोटोकॉल का पालन कराने और बच्चों में जागरूकत बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने गुरुवार को यहां टीम-09 के अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान कहा कि विगत कुछ दिनों से कोविड के नए केस में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। बच्चों की स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर हमें सतर्क रहना होगा। स्कूलों में कोविड प्रोटोकॉल के बारे में बच्चों को जागरूक किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एनसीआर के जिलों और लखनऊ में सभी के लिए सार्वजनिक स्थानों पर फेस मास्क की अनिवार्यता को प्रभावी बनाया जाए। लोगों को कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन के लिए जागरूक किया जाए। पब्लिक एड्रेस सिस्टम का प्रभावी ढंग से इस्तेमाल किया जाए।
प्रदेश में वर्तमान में कुल एक्टिव केस की संख्या 980 है। विगत 24 घंटों में एक लाख 14 हजार कोरोना टेस्ट किए गए। इसमें 205 नए कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई। इसी अवधि में 81 लोग इलाज के बाद कोरोना मुक्त भी हुए। गौतमबुद्ध नगर में 103, गाजियाबाद में 52 और लखनऊ में 16 नए पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि हुई है। इन जिलों में अतिरिक्त सतर्कता बरती जाए।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार संभव है कि आने वाले दिनों में नए पॉजिटिव केस में इजाफा देखने को मिले। हालांकि वायरस का यह वैरिएंट सामान्य वायरल की तरह ही है। कोविड टीका लगवा चुके लोगों के लिए खतरे की संभावना न्यूनतम है। लोगों को बताया जाए कि घबराने की कोई जरूरत नहीं लेकिन सतर्कता, सावधानी बनाये रखनी होगी।
30 करोड़ 91 लाख से अधिक कोविड टीकाकरण के साथ ही 18 साल से अधिक आयु की पूरी आबादी को टीके की कम से कम एक डोज लग चुकी है, जबकि 86.85 फीसदी से अधिक वयस्क लोगों को दोनों खुराक मिल चुकी है। 15 से 17 आयु वर्ग में 94.32 प्रतिशत किशोरों को पहली खुराक मिल चुकी है और 62 प्रतिशत किशोरों को दोनों डोज लग चुकी है। बच्चों के टीकाकरण को और तेज करने की आवश्यकता है। 12 से 14 आयु वर्ग के बच्चों को पहली डोज के बाद अब पात्रता के अनुसार दूसरी डोज भी दी जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 18 साल से अधिक आयु के लोगों को बूस्टर डोज लगाए जाने में तेजी की अपेक्षा है। प्रत्येक दशा में यह सुनिश्चित किया जाए कि एक भी नागरिक टीकाकवर से वंचित न रहे। बूस्टर डोज की महत्ता और बूस्टर टीकाकरण केंद्रों के बारे में आमजन को जागरूक भी किया जाए।