
हिसार : हरियाणा और पंजाब के बीच चल रहे जल विवाद का असर अब हिसार पर भी साफ़ दिखाई देने लगा है। शहर में पानी की आपूर्ति बुरी तरह प्रभावित हो रही है, नहरें सूखी पड़ी हैं और जलघरों में केवल कुछ दिनों का पानी ही शेष रह गया है। आम नागरिकों से लेकर किसान तक सभी पानी की किल्लत से परेशान हैं।
नहरों में नहीं आ रहा पानी, टैंकरों से हो रही सप्लाई
हिसार की नहरों में पानी आना बंद हो गया है, जिससे जलघरों की स्थिति भी बिगड़ती जा रही है। जल आपूर्ति बनाए रखने के लिए नगर निगम ने शहर में 33 पंप सेट लगाए हैं और टैंकरों के माध्यम से पानी वितरित किया जा रहा है। जलघर में मौजूद पानी बहुत सीमित है, जिससे महावीर कॉलोनी और कैमरी रोड समेत कई इलाकों में संकट की स्थिति बनी हुई है।
डीएम की अपील: पानी बर्बाद न करें
हिसार के जिलाधिकारी अवनीश यादव ने जनता से अपील की है कि पानी का विवेकपूर्ण उपयोग करें और अनावश्यक बर्बादी से बचें। वहीं नगर निगम और जनस्वास्थ्य विभाग भी जल भंडारण की कोशिश में जुटे हैं ताकि आने वाले दिनों में स्थिति और गंभीर न हो।
किसानों का गुस्सा फूटा, किया प्रदर्शन
पानी की कमी से केवल शहरवासी ही नहीं, बल्कि किसान भी बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं। पगड़ी संभाल जट्टा और जल संघर्ष समिति के बैनर तले हजारों किसानों ने नहरों में पानी की मांग को लेकर सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन किया। किसानों ने हिसार के उपायुक्त के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपा और चेतावनी दी कि यदि जल्द समाधान नहीं निकाला गया, तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
प्रशासन की कोशिशें जारी, लोग कर रहे हैं सीएम से अपील
नगर निगम के मेयर ने आश्वस्त किया है कि किसी भी हाल में हिसार के लोगों को पानी की भारी कमी नहीं झेलने दी जाएगी। वहीं जनस्वास्थ्य विभाग के एक्सईन आर.डी. शर्मा ने बताया कि सीमित संसाधनों के बावजूद लगातार जल स्टोर करने की कोशिश की जा रही है। लोग अब सीधे मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर पानी की पर्याप्त आपूर्ति की मांग कर रहे हैं।