बेस्ट का जरिया बना वेस्ट, निखरेगा शहर का सौंदर्यकरण

वैभव शर्मा
गाजियाबाद- एक कहावत है कि आम के आम गुठलियों के दाम। यह कहावत नगर निगम पर पूरी तरह सटीक बैठती है। गाजियाबाद नगर निगम के नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर लगातार नई-नई योजनाओं की शुरुवात कर रहे है। इसी क्रम में निगम ने एक ओर नई पहल की शुरुवात करते हुए कूड़े करकट को सौंदर्य में तब्दील करना शुरू कर दिया है। जिस सामान को लोग उपयोग करने के बाद कूड़ा समझकर फेक देते है, उसी कूड़े को नगर निगम ने उपयोगी बना दिया है। नगर निगम ने कूड़े से आकर्षण की वस्तु बनाकर शहर का सौंदर्यकरण बढ़ाने के लिए शहर के मुख्य स्थानों पर लगा दिया है। नगर निगम ने शहर की सुंदरता को बिगाड़ रहे अवैध रूप से लगे होर्डिंग को हटाकर उनसे थैले बनाना शुरू कर दिया है। लोग जिस बोतल, प्लास्टिक के डिब्बे, ड्रम व टायरों का प्रयोग करके कूड़े में फेंक देते है। नगर निगम उसी वेस्ट से पार्क में पौधारोपण कर रहा है। नगर निगम की नई शुरुवात से अवैध होर्डिंग को हटाते हुए कूड़े का निस्तारण किया जा रहा है, साथ ही शहर के सौंदर्यकरण भी बढ़ाया जा रहा है। नगर निगम नई पहल के साथ शहर का सौंदर्यकरण करते हुए रोजगार को बढ़ावा दे रहा है।

नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने कहा कि शहर के अंदर जनता को स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण देने के लिए नई योजना अमल में लाई जा रही है। नगर निगम की योजनाओं से शहर के सौंदर्यकरण को बढ़ाया जायेगा। वेस्ट से बेस्ट बनाने में नगर की टीम के साथ आम जन का भी सहयोग मिल रहा है। नगर निगम स्क्रैप व अन्य पुरानी खराब वस्तुओं का इस्तेमाल कर आकर्षक चीजें बनाने की योजनाएं बना रही है, जो कि जल्द ही शहर के चौराहों मुख्य स्थानों पर सेल्फी प्वाइंट का काम करेंगी। जिसके लिए संबंधित अधिकारियों की टीम बनाकर निर्देश दिए जा चुके है।

नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मिथिलेश कुमार ने कहा कि नगर निगम शहर के अंदर सफाई व्यवस्था को सुचारू करते हुए एकत्रित कूड़े को उपयोगी बनाने का कार्य कर रहा है। जिससे स्वच्छ भारत मिशन को बढ़ावा मिले, इसी के अंतर्गत शहर की सुंदरता को बढ़ाते हुए अनेक योजनाएं बनाई गई है।जिसमें से वेस्ट से बेस्ट बनाने की मुहिम भी चलाई जा रही हैं। जिससे शहर के कई मुख्य चौराहों व स्थानों पर कचरे से बने हुए आकर्षक वस्तुओं को लगाया गया है। लोग अपने घरों में भी इसी प्रकार की चीजों को इस्तेमाल में कर आकर्षक बनाने का प्रयास कर रहे है।

उद्यान प्रभारी डॉ अनुज कुमार सिंह ने कहा कि शहर की कई पार्कों में पुरानी वेस्ट बोतल, प्लास्टिक के डिब्बे, ड्रम तथा टायरों का इस्तेमाल करते हुए उनमें छोटे-छोटे पौधे लगाए गए है। साथ ही उन्हें पार्कों की सुंदरता के लिए इस्तेमाल में लाया गया है। जिससे ना केवल पार्कों की सुंदरता से शहर वासियों को लाभ मिलेगा, बल्कि कचरे का भी समाधान हो रहा हैl शहर की जनता निगम द्वारा संचालित योजनाओं में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रही है और अपने घर के अंदर भी बालकनी इत्यादि में वेस्ट से बेस्ट बनाने की तैयारी में जुटे हुए है। शहर के मुख्य स्थानों पर भी वेस्ट से बेस्ट बनाने हेतु गाजियाबाद नगर निगम तैयारी कर रहा हैl

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