
3.75 करोड़ मतदाता तय करेंगे 1314 उम्मीदवारों का भाग्य
-दोनों डिप्टी सीएम, तेजस्वी-तेजप्रताप समेत 11 मंत्री मैदान में, अनंत-रीतलाल सहित 7 बाहुबली और खेसारी भी रेस में
पटना । बिहार में पहले चरण मतदान गुरूवार को होगा। 115 विधानसभा क्षेत्र के 45341 मतदान केंद्रों पर सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक वोटिंग होगी। छह विधानसभा क्षेत्रों के 2135 मतदान केंद्रों पर सुबह सात बजे से पांच बजे तक ही वोटिंग होगी। चुनाव आयोग ने मतदान की सारी तैयारी कर ली है। पहले चरण के 1314 उम्मीदवारों का भाग्य पौने चार करोड़ मतदाता तय करेंगे। इनमें 1192 पुरुष और 122 महिलाएं शामिल हैं। इस चरण में 102 सामान्य और 19 अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीटों पर मतदान होगा। इनमें से 73 प्रतिशत करोड़पति हैं। 423 प्रत्याशियों के खिलाफ क्रिमिनल केस दर्ज हैं। 2 तो ऐसे हैं जो रेप के मामले में आरोपी हैं। तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव, सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, अनंत सिंह समेत कई बड़े चेहरे चुनावी मैदान में हैं।
पहले चरण में 18 जिलों में मतदान होगा। इनमें पटना, भोजपुर, बक्सर, गोपालगंज, सीवान, सारण, मुजफ्फरपुर, वैशाली, दरभंगा, समस्तीपुर, मधेपुरा, सहरसा, खगडिय़ा, बेगूसराय, मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा और नालंदा शामिल हैं। ये जिले बिहार की राजनीति में विशेष महत्व रखते हैं। खासकर दरभंगा, मुंगेर और पटना डिवीजन की सीटें चुनावी नतीजे तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
फेज वन में सबसे अधिक राजद ने 72 उम्मीदवार
पहले चरण में कुल 1314 उम्मीदवार हैं। एनडीए की ओर से जदयू ने 57, भाजपा ने 48, एलजेपीआर ने 13, उपेंद्र कुशवाहा की आरएलएम ने 2 और जीतन राम मांझी की हम ने 1 सीट पर प्रत्याशी उतारे हैं। वहीं, महागठबंधन की तरफ से राजद ने 72, कांग्रेस ने 24, सीपीआईएमएल ने 14, वीआईपी और सीपीआई ने 6-6 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। सीपीएम ने 3, आईपी गुप्ता की आईपीपी ने दो सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं। 6 सीटों पर फ्रेंडली फाइट है।
चुनाव में सिर्फ 9 प्रतिशत महिला उम्मीदवार
चुनाव में महिलाओं की भागीदारी कम है। पहले चरण में 122 महिला उम्मीदवार हैं, जो कुल 1,314 प्रत्याशियों का लगभग 9 प्रतिशत है। 1192 पुरुष उम्मीदवारों (91 प्रतिशत) हैं। एनडीए ने 34 और महागठबंधन ने 30 महिलाओं को टिकट दिया है। भोजपुरी गायिका मैथिली ठाकुर अलीनगर से भाजपा प्रत्याशी हैं। खेसारी लाल यादव राजद के टिकट पर छपरा से चुनाव लड़ रहे हैं।
100 वर्ष से अधिक आयु वाले 6,736 मतदाता
पहले चरण में कुल 3 करोड़ 75 लाख 13 हजार 302 मतदाता मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे। एक करोड़ 98 लाख 35 हजार 325 पुरुष, एक करोड़ 76 लाख 77 हजार 219 महिलाएं और 758 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं।। इसके अलावा, 1, 00, 904 सर्विस वोटर भी इस चरण में वोट डालेंगे। मतदान केंद्रों पर दिव्यांग और बुजुर्ग मतदाताओं के लिए विशेष सुविधाएं सुनिश्चित की गई हैं। 3, 22, 077 दिव्यांग मतदाता और 5, 31, 423 वरिष्ठ नागरिक मतदाता (जिनमें 80 वर्ष से अधिक आयु वाले 5, 24, 687 और 100 वर्ष से अधिक आयु वाले 6,736 मतदाता शामिल हैं) भी लोकतंत्र के इस महापर्व में हिस्सा लेंगे। पहले चरण के मतदान में सात लाख 37 हजार 765 मतदाता ऐसे हैं जो पहली बार मतदान करेंगे। इनमें से अधिक 18 से 19 वर्ष आयु वर्ग के युवा वोटर है। वहीं 18 से 40 वर्ष के बीच के 1, 96, 27, 330 युवा मतदाता इस चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले हैं।
2020 में 121 सीट पर कैसा रहा प्रदर्शन
पहले चरण की जिन 121 विधानसभा सीटों पर चुनाव है, वहां पिछली बार महागठबंधन और एनडीए में कांटे की फाइट रही थी। महागठबंधन ने 61 सीटों पर जीत दर्ज की थी जबकि एनडीए को 59 सीटें मिली थीं। एलजेपी एक सीट जीतने में सफल रही थी। पहले फेज की 121 सीटों में से आरजेडी ने 42 सीटें जीती थीं जबकि भाजपा 32 सीटें जीती थीं। जेडीयू के सिर्फ 23 विधायक जीतकर आए थे और कांग्रेस के 8 विधायक थे। इसके अलावा माले के 7, वीआईपी के चार, सीपीआई और सीपीएम के दो-दो विधायक जीते थे।
कुशवाहा-पासवान फैक्टर पर एनडीए की उम्मीद
पहले चरण की जिन सीटों पर चुनाव है, वहां 2020 में मुकाबला बराबरी का रहा हो, लेकिन इस बार सीन बदल गया है। पिछली बार अकेले मैदान में उतरकर एनडीए का गेम बिगाडऩे वाले चिराग पासवान इस बार एनडीए खेमे में हैं तो उपेंद्र कुशवाहा की एनडीए में वापसी होने से भी हौसले बुलंद हैं। चिराग और कुशवाहा का आना एनडीए के लिए खासकर दक्षिण और मध्य बिहार में एनडीए के लिए एक्स फैक्टर का काम कर सकता है। चिराग पासवान के चलते पिछली बार 25 सीटें जेडीयू हारी थी, जिसमें ज्यादातर सीटें पहले चरण की हैं। इसके अलावा उपेंद्र कुशवाहा के चलते भी कई सीटों पर नुकसान एनडीए को उठाना पड़ा था। हालांकि, इस बार मुकाबला एनडीए और महागठबंधन के बीच सीधा दिखता है, लेकिन जनसुराज, एआईएमआईएम और बसपा जैसे दल मजबूती से चुनाव लडक़र कई सीटों पर मुकाबले को रोचक बना दिया है। 20 साल से सत्ता में रहने के चलते नीतीश कुमार के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर की संभावना मानी जा रही है, ऐसे में पहले चरण की 121 सीटों में से एनडीए 80 सीटों से ज्यादा जीतकर ही अमित शाह के लक्ष्य को हासिल कर सकती है, जिसके लिए भाजपा ही नहीं बल्कि जेडीयू से लेकर चिराग पासवान और कुशवाहा तक को अपना प्रदर्शन करके दिखाना होगा?
भाजपा की दिग्गजों की साख दांव पर लगी
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में नीतीश सरकार के दोनों डिप्टी सीएम और भाजपा के सिपहसलार का इम्तिहान है। भाजपा नेता सम्राट चौधरी तारापुर सीट से मैदान में हैं तो विजय कुमार सिन्हा लखीसराय सीट से किस्मत आजमा रहे हैं, जिनकी सीट पर पहले चरण में चुनाव होना है। भाजपा कोटे से 11 मंत्री हैं, जिनमें स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे सीवान सीट से किस्मत आजमा रहे हैं। बांकीपुर सीट पर नितिन नवीन दरभंगा के जाले से नगर विकास मंत्री जीवेश मिश्र, दरभंगा से राजस्व मंत्री संजय सरावगी, कुढऩी से पंचायती राज मंत्री केदार प्रसाद गुप्ता, साहेबगंज से पर्यटन मंत्री राजू कुमार, अमनौर से सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री कृष्ण कुमार मंटू, बिहारशरीफ से पर्यावरण मंत्री सुनील कुमार और बछवाड़ा से खेल मंत्री सुरेंद्र मेहता मैदान में हैं।










