
शिमला : पावर कॉरपोरेशन के चीफ इंजीनियर विमल नेगी की संदिग्ध मौत के मामले में सीबीआई ने जांच की रफ्तार तेज कर दी है। सोमवार को हिमाचल पुलिस के निलंबित एएसआई पंकज के दो ठिकानों पर छापेमारी की गई। यह कार्रवाई पंकज से लगातार पूछताछ के बाद की गई, जो फिलहाल सीबीआई की हिरासत में है। सीबीआई की टीम ने शिमला के कैथू और बिलासपुर जिले के घुमारवीं स्थित डंगार गांव में स्थित पंकज के घरों पर रेड डालकर कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज कब्जे में लिए हैं।
आरोप है कि एएसआई पंकज ने बिलासपुर जाकर विमल नेगी का लैपटॉप और पेन ड्राइव अपने पास ले लिया था और उसमें से महत्वपूर्ण डेटा डिलीट कर दिया। अब सीबीआई की डिजिटल फॉरेंसिक टीम इन उपकरणों और साक्ष्यों की गहन जांच कर रही है ताकि इस मौत के पीछे की असली वजह सामने लाई जा सके।
मामले में अब तक 90 से अधिक लोगों से पूछताछ की जा चुकी है, जिनमें पावर कॉरपोरेशन के अधिकारी और कर्मचारी भी शामिल हैं। पूछताछ के दौरान मिली जानकारी के आधार पर सीबीआई ने कॉरपोरेशन के तीन कर्मचारियों को गवाह बनाने की योजना बनाई है।
सीबीआई अधिकारियों के अनुसार, पूरे मामले की पड़ताल आत्महत्या और हत्या दोनों पहलुओं से की जा रही है। इसमें सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल रिकॉर्ड और अन्य डिजिटल साक्ष्यों का विश्लेषण किया जा रहा है। जांच का मुख्य उद्देश्य है यह जानना कि क्या विमल नेगी की मौत एक सुनियोजित साजिश का हिस्सा थी। जल्द ही सीबीआई इस मामले की स्थिति रिपोर्ट (स्टेटस रिपोर्ट) उच्च न्यायालय में पेश करने जा रही
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