ईसानगर खीरी/लखीमपुर । धौरहरा वन रेंज के विकासखंड ईसानगर के मिलिक गांव और आसपास के क्षेत्रों में तेंदुए की गतिविधियों ने ग्रामीणों की नींद उड़ा दी है। गांव के निकट तेंदुए की दहाड़ से लोगों में दहशत का माहौल है। आधिकारिक पुष्टि के अनुसार, क्षेत्र में बाघ नहीं बल्कि तेंदुए की उपस्थिति की आशंका है।
भयभीत ग्रामीणों ने अपनी सुरक्षा के लिए खुद ही पहल की है। लगभग 300 छुट्टा मवेशियों को एक बड़े बाड़े में एकत्रित किया है, जिनके भरण-पोषण का खर्च वे स्वयं वहन कर रहे हैं। रात के समय लोग मशालें जलाकर और शोर मचाकर ही बाहर निकलने को मजबूर हैं।
किसानों की स्थिति दयनीय –
एक तरफ फसलों की रखवाली की चिंता है, तो दूसरी ओर घर-परिवार की सुरक्षा का संकट। स्थानीय प्रशासन की ओर से अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। रेंजर धौरहरा सहित उच्च अधिकारियों को कई बार शिकायत की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
किसान नेता पवन पाठक ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन जल्द कार्रवाई नहीं करता है, तो वे व्यापक आंदोलन की राह चुनेंगे। वन विभाग के डीएफओ (नॉर्थ) ने क्षेत्र के लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है और बताया कि धौरहरा रेंज लगातार निगरानी कर रही है।