एसआईआर के खिलाफ विजय की टीवीके ने खटखटाया सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा

नई दिल्ली / चेन्नई  : अभिनेता से राजनेता बने विजय की पार्टी तमिलागा वेट्री कजगम (TVK) ने तमिलनाडु में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर चुनाव आयोग (ECI) के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। इससे पहले TVK इस प्रक्रिया के खिलाफ राज्यभर में विरोध-प्रदर्शन कर चुकी है। इस तरह TVK उन चुनिंदा दलों में शामिल हो गई है, जिन्होंने SIR को अदालत में चुनौती दी है।

सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने वाले दल

  • DMK
  • CPI(M)
  • TMC
  • कांग्रेस (पश्चिम बंगाल इकाई)
  • IUML

विपक्ष का आरोप

विपक्षी दलों—खासकर कांग्रेस और इंडिया गठबंधन—का कहना है कि SIR प्रक्रिया में गंभीर खामियां हैं और इसका उद्देश्य वोटर लिस्ट से चुनिंदा वर्गों के नाम हटाना है, जिससे राजनीतिक लाभ लिया जा सके। हाल के दिनों में SIR से जुड़े कई लोगों की मौत की खबरों ने भी विवाद को बढ़ा दिया है, और विपक्ष इस पर स्वतंत्र जांच की मांग कर रहा है। विपक्ष का आरोप यह भी है कि चुनाव आयोग निष्पक्ष नहीं रहा और सत्तारूढ़ दल के हित में काम कर रहा है।

चुनाव आयोग और केंद्र सरकार का पक्ष

चुनाव आयोग का कहना है कि SIR प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और नियमों के मुताबिक है। आयोग ने स्पष्ट किया कि नाम हटाने पर अब तक कोई अपील दर्ज नहीं हुई है, जो प्रक्रिया की सही दिशा को दर्शाता है। वहीं केंद्र सरकार का कहना है कि मतदाता सूची का अद्यतन सामान्य और नियमित प्रक्रिया है, जिसमें राजनीतिक हस्तक्षेप का कोई सवाल नहीं।

12 राज्यों में चल रहा SIR

27 अक्टूबर को चुनाव आयोग ने 12 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में मतदाता सूची के SIR (फेज-2) का ऐलान किया था। यह प्रक्रिया 4 नवंबर से शुरू होकर 4 दिसंबर तक चलेगी, जबकि अंतिम मतदाता सूची 7 फरवरी 2026 को प्रकाशित की जाएगी।

SIR फेज-2 शामिल राज्य:
अंडमान-निकोबार, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, केरल, लक्षद्वीप, मध्य प्रदेश, पुडुचेरी, राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल।

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