
भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण माहौल का फायदा कई शरारती तत्व लगातार उठा रहे हैं। सोशल मीडिया पर ताजमहल पर हमले का एक फर्जी वीडियो वायरल कर सनसनी फैलाने की कोशिश की गई है। इस वीडियो में ताजमहल की मुख्य गुंबद से आग की लपटें और धुआं उठता दिखाया गया। इसके साथ ही इसमें फायर ब्रिगेड की गाड़ियां आग बुझाती नजर आईं। वीडियो में दावा किया गया कि पाकिस्तान ने ताजमहल पर हमला किया है। हालांकि, इस वीडियो के वायरल होने के बाद आगरा पुलिस एक्शन में आ गई है। पुलिस ने बताया कि ये वीडियो AI से जनरेट किया गया है।
पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा
आगरा पुलिस कमिश्नरेट की साइबर सेल ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई शुरू की। जांच में पुष्टि हुई कि वीडियो AI से तैयार किया गया है। इसका वास्तविकता से कोई लेना-देना नहीं है। ताज महल सुरक्षा पुलिस ने वीडियो को सोशल मीडिया से हटवाने के साथ-साथ साइबर क्राइम थाने में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। डीसीपी सिटी सोनम कुमार ने बताया कि वीडियो अपलोड करने और इसे शेयर करने वालों की पहचान की जा रही है। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
कतिपय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर इस वीडियो को "पाकिस्तान ने ताजमहल पर करा हमला" लिखकर पोस्ट किया जा रहा है।
— POLICE COMMISSIONERATE AGRA (@agrapolice) May 11, 2025
➡️आगरा में ऐसी कोई घटना नहीं हुई है।
➡️यह वीडियो एआई जनरेटेड/फेक है।
➡️ऐसे पोस्ट करने वालों के विरुद्ध FIR दर्ज की जा रही है।
⚠️कृपया इस वीडियो को Post/Share न करें। pic.twitter.com/UdHObqnEbD
लोगों से सतर्क रहने की अपील
एसीपी ताज सुरक्षा सैयद अरीब अहमद ने स्पष्ट किया कि ताजमहल पर कोई हमला नहीं हुआ है। यह वीडियो पूरी तरह भ्रामक है। उन्होंने लोगों से अपील की कि इस तरह के फर्जी वीडियो या संदेशों पर विश्वास न करें और उन्हें शेयर करने से बचें। पुलिस ने सोशल मीडिया पर भी एक बयान जारी कर जनता को आगाह किया कि भ्रामक सामग्री फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
यूपी में सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़
हाल के भारत पाक तनाव और ऑपरेशन सिंदूर के बाद उत्तर प्रदेश में प्रमुख स्मारकों और धार्मिक स्थलों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। ताजमहल, अयोध्या राम मंदिर, मथुरा की श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर और वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। ताजमहल पर पर्यटकों का आना-जाना सामान्य रूप से जारी है। हालांकि, जांच सघन कर दी गई है।
बता दें 22 अप्रैल के बाद से ही सोशल मीडिया पर कई फर्जी वीडियो वायरल कराए जा रहे हैं। इनके संख्या ऑपरेशन सिंदूर के दौरान बढ़ गई थी। इसके बाद भी कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किए जा रहे हैं। ऐसे में लोगों को सतर्क रहना जरूरी है। आगरा पुलिस ने जनता से अपील की है कि सोशल मीडिया पर किसी भी वीडियो या संदेश को बिना जांचे-परखे शेयर न करें। ऐसे फर्जी कंटेंट से समाज में भय और अस्थिरता फैलाने की कोशिश की जा रही है।