Shubhanshu Shukla’s Space Axiom-4 Mission: भारत के लाल ने अंतरिक्ष में ऐतिहासिक उड़ान भर दी है. भारत के शुभांशु शुक्ला और तीन अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के Axiom-4 मिशन को लेकर SpaceX का फाल्कन 9 रॉकेट निकल चुका है. लॉन्च को शुभांशु शुक्ला के माता पिता लखनऊ में लाइव देख रहे थे. उस समय उनकी आंखें बता रही थीं कि उनके लिए यह कितना बड़ा मौका है. मां आशा शुक्ला के हाथ प्रार्थना में जुड़े हुए थे, और सफल लॉन्च के बाद उनकी आंखों में खुशी के आंसू थे. उन्होंने खुशी में अपने परिजनों को गले से लगाया.
"मेरे साथ मेरा देश का तिरंगा है, जय हिंद जय भारत" : #ShubhanshuShukla
"मां की आंखों में आंसू थे… पर वो गर्व के थे।
पिता चुप थे… पर आंखें सब कह रही थीं।
बेटा आसमान से आगे जाने निकला है,
घर की छत पर बैठकर सितारे गिनने वाला अब खुद तारा बनने चला है।
लखनऊ के शुभांशु शुक्ला,… pic.twitter.com/wLoKK5vzg1— आदित्य तिवारी / Aditya Tiwari (@aditytiwarilive) June 25, 2025
फ्लोरिडा में नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर में लॉन्च कॉम्प्लेक्स 39A से अंतरिक्ष यान के लॉन्च होने के कुछ मिनट बाद, आशा शुक्ला ने मुस्कुराते हुए मीडिया से कहा कि वह अपने बेटे के लिए शुभकामनाएं देती हैं, जो अब अंतरिक्ष में जाने वाला दूसरा भारतीय है. अपने आंखों में आए आंसू पर उन्होंने कहा कि सब कुछ ठीक है, यह तो खुशी के आंसू हैं.
ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला के पिता शंभू दयाल शुक्ला ने सफल लॉन्च के बाद कहा, “बहुत अच्छा लग रहा है. यह सब उपर वाले का आशीर्वाद है..”
सफल लॉन्चिंग, 28 घंटे की होगी ISS तक की यात्रा
सफल लॉन्चिंग के बाद अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने सोशल मीडिया के जरिए अपडेट दिया. नासा ने ‘एक्स’ पर लिखा, “हमने Axiom मिशन 4 की उड़ान भरी है. Axiom-4 मिशन 25 जून को सुबह 2:31 बजे (भारतीय समयानुसार, दोपहर 12:01 बजे) पर लॉन्च कॉम्प्लेक्स 39A से उड़ान भर गया, जिसमें चार निजी अंतरिक्ष यात्री 14 दिनों तक के मिशन के लिए स्पेस स्टेशन पर गए.”
Axiom स्पेस ने भी पोस्ट किया है, जिसने लिखा, “Axiom-4 के लिए उड़ान. Axiom-4 का चालक दल स्पेस स्टेशन की ओर बढ़ रहा है.”
इस मिशन में शामिल SpaceX ने जानकारी दी कि ड्रैगन फाल्कन 9 के दूसरे चरण से अलग हो गया है. नासा ने अंतरिक्ष यान के अलग होने की पुष्टि की. नासा ने लिखा, “अपने SpaceX ड्रैगन अंतरिक्ष यान में स्वतंत्र रूप से उड़ान भरते हुए Axiom-4 के चालक दल स्पेस स्टेशन की अपनी यात्रा के एक कदम और करीब आ गए हैं.”
फाल्कन 9 रॉकेट पर लॉन्च होने के बाद क्रू नए SpaceX ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट पर ऑर्बिटिंग प्रयोगशाला की यात्रा करेगा. ये 14 दिन का मिशन है. शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष में जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी) और नासा के संयुक्त सहयोग से विकसित उन्नत खाद्य और पोषण संबंधी प्रयोगों का संचालन करेंगे.