
मिर्जापुर। जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में नारकोटिक्स के क्रियान्वयन हेतु नशील पदार्थो की तस्करी/दुरूपयोग को रोकने के दृष्टिगत बैठक आहूत की गयी। बैठक में अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 शिव प्रताप शुक्ल, अपर पुलिस अधीक्षक नक्सल ओम प्रकाश सिंह के अलावा अन्य सम्बन्धित विभाग के अधिकारी उपस्थित रहें। बैठक में जिलाधिकारी द्वारा नारकोक्टिस सेल के द्वारा जनपद स्तर पर एन0डी0पी0एस0 के अन्तर्गत की गयी कार्यवाहियां की समीक्षा की गयी। जिलाधिकारी ने आबकारी एवं औषधि विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि सम्बन्धित तहसीलों के उप जिलाधिकारी के नेतृत्व में गठित टीम के अधिकारी आपसी समन्वय स्थापित कर मादक पदार्थो की तस्करी के तरीको/संदिग्ध व्यक्तियों/स्थलों का चिन्हाकंन कर गहन चेकिंग करे तथा अन्र्तविभागीय अधिसूचनाओं का आदान प्रदान कर नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करें। उन्होने पर्यटन स्थलों विशेषकर वन क्षेत्र में शहरी/ग्रामीण क्षेत्रो में अफीम या भांग की अवैध खेती पर निगरानी रखते हुये अवैध कारोबार में संलिप्त व्यक्तियों के विरूद्ध विधिनुसार सुसंगत धाराओं में कठारेतम कार्यवाही करें।
उन्होने कहा कि समाज में विशेषकर युवा पीढ़ी में नशीली दवाओं के सेवन एवं ड्रग्स के दुष्प्रभाव के सम्बन्ध में नशा विरोधी व नशा मुक्ति अभियान के अन्तर्गत इण्टर व डिग्री कालेजो में गोष्ठियां आयोजित कर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया जाय। इस सम्बन्ध में औषधि विभाग द्वारा जिला विद्यालय निरीक्षक से समन्वय स्थापित कर समन्वय स्थापित किया जाय। उन्होंने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि कमेटी में नामित जिला स्तरीय अधिकारी ही बैठक प्रतिभाग करें। उन्होंने कहा कि आगामी बैठको में नशा मुक्ति केन्द्र संचालको भी बुलाएं। अपर पुलिस अधीक्षक को निर्देशित करते हुए कहा कि दोषियों के विरूद्ध गुण्डा के तहत कार्यवाही करें। जिलाधिकारी ने कहा कि तहसीलों में गठित कमेटी के द्वारा ड्रग्स की दुकानों, नगरीय व शहरी क्षेत्रो में मेडिकल स्टोर की दुकानों का भी औचक निरीक्षण कर जांच किया जाय यदि किसी के द्वारा नशीली ड्रग्स या दवाईयों की बिक्री करते हुये पाया जाता है तो सुसंगत धाराओं में कड़ी कार्यवाही की जायेगी।