
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित “विक्रमोत्सव” जिसमें महान सम्राट विक्रमादित्य पर आधारित तीन दिवसीय महानाट्य का मंचन किया जाएगा। विक्रमोत्सव का उद्देश्य न केवल सम्राट के ऐतिहासिक योगदान को प्रदर्शित करना है, बल्कि मध्य प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर और पर्यटन संभावनाओं को भी उजागर करना है। यह कार्यक्रम नई दिल्ली के लाल किले के माधवदास पार्क में आयोजित किया जा रहा है, जिसमें राष्ट्रपति और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रहेगी।
महानाट्य में सम्राट विक्रमादित्य के जीवन की महत्वपूर्ण घटनाओं को दर्शाया जाएगा, जिसमें कलाकारों का एक बड़ा दल शामिल होगा। विशेष मंच सज्जा और तकनीकी इफेक्ट्स जैसे अश्व, रथ, पालकी और ऊंट का उपयोग किया जाएगा, जिससे प्रस्तुति को और भी जीवंत बनाया जाएगा।
इस कार्यक्रम के तहत कई प्रदर्शनियां भी लगाई जाएंगी, जिनमें विक्रमादित्यकालीन पुरातात्विक मुद्रा, मध्य प्रदेश के पर्यटन की संभावनाएं, और स्थानीय व्यंजनों का फूड कोर्ट शामिल है। यह आयोजन न केवल सम्राट के स्वर्णिम काल को जीवंत करेगा, बल्कि मध्य प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को भी देश के समक्ष पेश करेगा।
इस उत्सव के माध्यम से तकनीक की सहायता से लोगों को ऐतिहासिक कथाओं के बारे में भी जानकारी मिलेगी, और हस्तकला एवं अन्य शिल्प को भी मंच मिलेगा। विक्रमोत्सव-2025 का उद्देश्य न केवल सम्राट विक्रमादित्य के इतिहास को उजागर करना है, बल्कि मध्य प्रदेश की संस्कृति और पर्यटन को व्यापक पहचान दिलाना भी है।