शुक्र का राशि परिवर्तन: इन राशियों को झेलनी पड़ सकती है सुख-सुविधाओं में कमी

सुख-सुविधा, सौंदर्य और भोग-विलास के कारक ग्रह शुक्र 29 जून 2025 से अपनी स्वराशि वृषभ में हैं और अब ये 26 जुलाई को बुधदेव की राशि मिथुन में प्रवेश करेंगे. ज्योतिष शास्त्र में शुक्र ग्रह सुख-समृद्धि, सुख, आनंद, कला-संस्कृति और सुंदरता का कारक ग्रह माना जाता है. शुक्र ग्रह वृषभ और तुला राशि के स्वामी ग्रह होते हैं. आपको बता दें शुक्र ग्रह 26 जुलाई को सुबह 08 बजकर 45 मिनट पर मिथुन राशि में प्रवेश कर जाएंगे.

जहां पर पहले से देवगुरु बृहस्पति पहले से ही विराजमान हैं जिससे यहां पर दोनों के बीच युति संबंध बनेंगे. वैसे तो शुक्र और गुरु की आपसी में मित्रता का कोई भाव नहीं होता है लेकिन ये दोनों ही ग्रह शुभ ग्रहों की श्रेणी में आते हैं. शुक्र के मिथुन राशि में गोचर करने से जहां एक तरफ कुछ राशि वालों को लाभ मिलेगा तो वहीं कुछ के लिए परेशानियों का सबक भी बन सकता है. आइए जानते हैं 26 जुलाई से लेकर 21 अगस्त 2025 तक शुक्र के मिथुन राशि में गोचर करने से किन-किन राशि वालों पर प्रतिकूल प्रभाव देखने को मिल सकता है.

कन्या राशि

कन्या राशि के जातकों के लिए शुक्र दूसरे और नवम भाव के स्वामी हैं. 26 जुलाई को शुक्र के मिथुन राशि में गोचर करने से यह आपके दशम भाव में विराजमान होंगे. दशम भाव में शुक्र के गोचर का अच्छा फल नहीं मिलता है. ऐसे में कार्यक्षेत्र में आपको बहुत ही सोच-समझकर कोई भी फैसला करना होगा. कुछ मामलों में आपको अनुकूल परिमाण मिल सकते हैं,वहीं कुछ मामलों में आपको कड़ी मेहतन से गुजरना पड़ सकता है. आपकी तरक्की के मार्ग में कुछ बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है तो वहीं बेफिजूल के खर्चो में बढ़ोतरी और वैवाहिक जीवन में उथल-पुथल रह सकती है.

धनु राशि

धनु राशि के जातकों के लिए शुक्र ग्रह छठे और एकादश भाव के स्वामी होते हैं और अब शुक्र के मिथुन राशि में गोचर करने से यह आपके सप्तम भाव में रहेंगे. कुंडली का सप्तम भाव जीवनसाथी और साझेदारी का होता है. यहां पर भी शुक्र के गोचर का शुभ परिमाण देखने को नहीं मिलता है. धनु राशि के स्वामी ग्रह देवगुरु वृहस्पति होते हैं और शुक्र की युति इनके साथ होने से मिल रहे नकारात्मक प्रभावों में कमी आ सकती है. आपको इस दौरान अपने जीवनसाथी की भावनाओं को विशेष ध्यान देने जरूरत है और साझेदारी के कार्यो में कुछ नुकसान के संकेत हैं. आपके लिए इस दौरान बिजनेस से संबंधित यात्राओं को करने से बचना चाहिए और किसी से वाद-विवाद करने से बचना चाहिए.

मकर राशि

आपके लिए शुक्र ग्रह पंचम और दशम भाव के स्वामी होते हैं और अब 26 जुलाई को मिथुन राशि में गोचर करने यह आपके छठे भाव में प्रवेश करेंगे. शुक्र का छठे भाव में गोचर करना अच्छा नहीं माना जाता है. इससे उनके शत्रुओं की संख्या में इजाफा हो सकता है. बीमारियों के चलते अस्पताल के चक्कर लगाने पड़ सकते हैं. करियर के मामले आपको काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. कार्यस्थल पर कुछ दिनों तक बहुत ही संभलकर रहना होगा. व्पापार के लिहाज से आने वाला समय अच्छा नहीं रहेगा. आपको अपने सहकर्मियों से मेलजोल बढ़ान होगा और बॉस से संभलकर बात करनी होगी. परिवार के सदस्यों और दोस्तों संग कुछ अनबन हो सकती है.

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