बाबा विश्वनाथ की नगरी में बुधवार को उल्लासपूर्ण माहौल में मसीही समुदाय के लोग क्रिसमस मना रहे हैं। मसीही समुदाय के लोग अलसुबह से ही जश्न मनाने के साथ अपने दोस्तों, रिश्तेदारों, समुदाय के लोगों को बधाई दे रहे हैं। बाबा की नगरी में सनातनी और अन्य समुदाय के लोग भी अपने मसीही मित्रों को मैरी क्रिसमस की लगातार बधाई दे रहे हैं। सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर भी बधाई संदेश का तांता लगा हुआ है।
मसीही बस्तियों के साथ गिरजाघरों में आकर्षक सजावट, विद्युत झालरों की सतरंगी रोशनी लोगों को अपनी ओर खींच रही हैं। मसीही घरों और गिरजाघरों में कैरोल गीत के गूंज के साथ प्रभु ईसा मसीह के जन्म लेने की खुशियां फिजाओं में हैं। इसके पहले ठंड और सर्द हवाओं के बीच मसीही समुदाय के लोग मंगलवार शाम से ही नये वस्त्र पहन सज संवर कर कैंटोंमेंट स्थित सेंट मेरीज महागिरजाघर में पहुंचने लगे। महागिरजा परिसर में चारों तरफ प्रभु यीशु के जीवन पर आधारित मनमोहक झांकियां, ईसा मसीह के जन्म की चरनी देख लोग आह्लादित होते रहे। परम्परानुसार प्रभु ईसा मसीह के जन्म लेने के पूर्व रात लगभग 11.30 बजे से विशेष पूजा (मिस्सा बलिदान) की रस्म निभाई गई। महागिरजा के पल्ली पुरोहित सहित अन्य पुरोहितों ने मिस्सा पूजा की।
इस दौरान मसीही समुदाय के लोग प्रभु की आराधना और विशेष महिमा गान करते रहे। महागिरजा सहित सभी गिरजाघरों में प्रभु के जन्म लेते ही एक साथ घंटे बजे। इसके बाद रात 12 बजे जैसे ही घड़ी की सुइयां एकाकार हुईं। बाल्य रूप में प्रतीक रूप से ईसा मसीह के जन्म लेने के बाद महागिरजा में वाराणसी धर्मप्रांत के बिशप डॉ. युजीन जोसेफ ने प्रभु यीशु के प्रतीकात्मक बाल रूप का मसीही समुदाय के लोगों को दर्शन कराया। इसके बाद चुनिंदा लोगों के साथ शोभायात्रा के बीच उन्होंने नवजात ईसा मसीह की प्रतिमा को गिरजाघर से स्थानान्तरित कर चरनी में स्थापित किया। चरनी के अभिषेक के बाद लोग प्रभु का दर्शन करते रहे।
देर रात ही विशेष प्रार्थना सभा में भाग लेने के बाद मसीही एक दूसरे को मैरी क्रिसमस और हैप्पी क्रिसमस की बधाइयां देने लगे। चर्च के बाद घरों में भी लोगों ने उल्लास और उमंग के बीच प्रभु यीशु के जन्मदिन पर केक काटा। मसीही बस्तियों में क्रिसमस पर्व पर रात भर बोन फायर पार्टी भी होती रही। क्रिसमस पर्व पर सेंट पॉल चर्च सिगरा, सीएनआई चर्च तेलियाबाग, रामकटोरा, बेथेलफुल गॉस्पल चर्च महमूरगंज आदि में प्रभु यीशु के जन्म पर विशेष प्रार्थनाएं हुईं। सिगरा स्थित क्रिश्चियन कालोनी से लेकर नदेसर, मिंट हाउस, कैंटोंनमेंट, ककरमत्ता, न्यू कालोनी, डीएलडब्ल्यू, बीएचयू आदि इलाके में क्रिसमस की खुशिंया चहुंओर बिखरी रहीं। प्रभु यीशु के जन्म पर ईसाई समुदाय के लोग जश्न में डूबे रहे।