उत्तरकाशी। राजकीय इंटर कॉलेज कंडारी, नौगांव में थिएटर वर्कशाप का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय नई दिल्ली के स्नातक डॉ. सुवर्ण रावत ने प्रार्थना सभा में सभी अध्यापकों एवं छात्र-छात्राओं के साथ सामूहिक थिएटर वर्कशाप गतिविधियां कराईं।
डॉ. रावत ने बताया कि मानव-जीवन भी बांसुरी की तरह खालीपन से भरा होता है, लेकिन यदि हम सकारात्मक सोच रखते हुए कार्य करें तो बांसुरी की मधुर स्वर लहरी की तरह हम अपने जीवन में भी मिठास भर सकते हैं। इसलिए सकारात्मक नज़रिया रखना बहुत ज़रूरी है।
कॉलेज की सभी कक्षाओं में अलग-अलग भी सत्र लिए गए। छुट्टी के बाद छात्र-छात्राओं के साथ अनेक थिएटर एक्सरसाइज व गेम्स के ज़रिए उनको सहजता का आभास दिलाते हुए पद्मश्री डॉ. शेखर पाठक की मूल कृति ‘हरी भरी उम्मीद’ पर विभिन्न समूहों द्वारा पर्यावरण विषय पर इंप्रोवाइजेशन करवाए गए। इ अवसर पर अक्षरा गौड़, मासूम नौटियाल, सलोनी गौड़, आरुषि, श्वेता, मासूम, तृप्ति, नव्या, कनिका, सृष्टि, साक्षी आदि मौजूद रहीं।