
स्यानाचट्टी (उत्तरकाशी) : जलमग्न हुए होटल और आवासीय भवनों से भी पानी उतर गया है, लेकिन अब भी कई घरों में मलबा और रेत भरी हुई है। एक-दो होटलों में नदी का पानी घुसने का खतरा अभी भी बना हुआ है। वहीं कुपड़ा खड्ड में लगातार पानी आने से दोबारा मलबा और बोल्डर गिरने की आशंका बनी हुई है।
नदी के मुहाने पर जमा मलबे को हटाने के लिए मशीन अब तक मौके पर नहीं पहुंच पाई है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
वहीं विधायक संजय डोभाल ने माना कि राहत कार्यों में देरी हुई है, लेकिन उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी के नेतृत्व में पूरी टीम मौके पर मौजूद है। उन्होंने कहा कि आपदा प्रभावितों के लिए मुख्यमंत्री से विशेष पैकेज की मांग की जाएगी।
बड़कोट: तहसील स्यानाचट्टी में शुक्रवार देर रात हुई भारी बारिश के बाद यमुना का जलस्तर बढ़ गया। तेज बहाव ने झील का मुहाना खोल दिया, जिससे पानी का स्तर करीब चार फीट कम हो गया और यमुनोत्री हाईवे का पुल फिर से आवाजाही के लिए खोल दिया गया।
जलमग्न हुए होटल और आवासीय भवनों से भी पानी उतर गया है, लेकिन अब भी कई घरों में मलबा और रेत भरी हुई है। एक-दो होटलों में नदी का पानी घुसने का खतरा अभी भी बना हुआ है। वहीं कुपड़ा खड्ड में लगातार पानी आने से दोबारा मलबा और बोल्डर गिरने की आशंका बनी हुई है।
नदी के मुहाने पर जमा मलबे को हटाने के लिए मशीन अब तक मौके पर नहीं पहुंच पाई है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
वहीं विधायक संजय डोभाल ने माना कि राहत कार्यों में देरी हुई है, लेकिन उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी के नेतृत्व में पूरी टीम मौके पर मौजूद है। उन्होंने कहा कि आपदा प्रभावितों के लिए मुख्यमंत्री से विशेष पैकेज की मांग की जाएगी।