दैनिक भास्कर समाचार सेवा
उत्तरकाशी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने द्रौपदी का डांडा-2 पर्वत चोटी में हिमस्खलन की चपेट में आए निम उत्तरकाशी के प्रशिक्षणार्थियों हेतु चल रहे बचाव एवं राहत कार्यों का हवाई सर्वेक्षण कर जायजा लिया। बुधवार को उत्तरकाशी पहुंचे मुख्यमंत्री ने इससे पूर्व आईटीबीपी गेस्ट हाऊस मातली में अधिकारियों की बैठक लेते हुए घटना स्थल एवं घायल पर्वतारोहियों की जानकारी ली। मुख्यमंत्री के साथ हरिद्वार सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक भी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने द्रौपदी का डांडा 2 पर्वत में घटित घटना के प्रत्यक्षदर्शी प्रशिक्षक आकाश सराफ निवासी महाराष्ट्र का हालचाल जाना एवं घटना स्थल की पूरी जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को राहत बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। साथ ही घायलों का बेहतर इलाज करने के निर्देश दिए।
निम के रजिस्ट्रार विशाल रंजन ने बताया कि नेहरू पर्वतारोहण संस्थान उत्तरकाशी के एडवांस कोर्स नंबर 172 के द्रोपदी के डांडा 2 पर्वत ऊंचाई 5670 मीटर के समिट के दौरान वापस आते समय लगभग 17 हजार फीट की ऊंचाई के आस-पास हिमस्खलन आने के कारण फंसे पर्वतारोही प्रशिक्षणार्थी, प्रशिक्षक का एयर फोर्स आदि हेलीकॉप्टर के माध्यम से रेस्क्यू किया गया। घटना में अब तक 15 लोगों को मातली लाया गया है, जिसमें 5 सामान्य घायलों का उपचार जिला चिकित्सालय में किया जा रहा है एवं 10 लोग पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं।
अध्यक्ष आपदा प्रबंधन प्राधिकरण डीएम अभिषेक रुहेला ने बताया कि रेस्क्यू कार्य की नियमित मॉनिटरिंग की जा रही है। अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं के लिए हर सेक्टर पर जिला स्तरीय अधिकारियों को नोडल अधिकारी के रूप में तैनात किया गया है। सीएमओ डॉ केएस चौहान के नेतृत्व में डॉक्टर्स तैनात किए गए हैं, जो लगातार घायलों का उपचार और स्वास्थ्य परीक्षण कर रहे हैं। आपदा कंट्रोल रूम से नियमित समन्वय स्थापित किया जा रहा है। वायु सेना, प्राइवेट हेलीकॉप्टर, आईटीबीपी, सेना,एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, निम के प्रशिक्षक द्वारा राहत एवं बचाव का कार्य तेजी से किया जा रहा है।