उत्तरकाशी। जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने विभागों को आसन्न चारधाम यात्रा से जुड़ी व्यवस्थाओं व तैयारियों को अविलंब पूरा करने के निर्देश देने के साथ ही यात्रा व्यवस्थाओं के पर्यवेक्षण के लिए मुख्य विकास अधिकारी जय किशन और अपर जिलाधिकारी रजा अब्बास को सुपर जोनल अधिकारी नामित किया है। जिलाधिकारी ने गंगोत्री-गोमुख ट्रैक के स्थलीय निरीक्षण के लिए एक समिति गठित की है।
आगामी 10 मई को यमुनोत्री व गंगोत्री धाम के कपाट खोले जाने के साथ ही चारधाम यात्रा का शुभारंभ हो जाएगा। जिले में संबंधित विभागों के द्वारा यात्रा से जुड़ी व्यवस्थाओं और विभिन्न तैयारियों को इन दिनों अंतिम रूप दिया जा रहा है। जिलाधिकारी ने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए मतदान संपन्न होने के बाद अब संबंधित विभाग पूरी क्षमता व तेजी से यात्रा के कामों को संपन्न कराने में जुट जाएं। सभी व्यवस्थाएं यात्रा शुरू होने से पहले अवश्य पूरी कर ली जाएं।
उन्होंने यात्रा से जुड़ी आवश्यक व्यवस्थाओं के सुचारू संचालन हेतु यात्रा मार्ग, सफाई व्यवस्था, स्वास्थ्य सुविधा, पेयजल आपूर्ति, विद्युत, सुरक्षा एवं पुलिस सहायता, यात्रियों की शिकायतों के निवारण आदि के लिए मुख्य विकास अधिकारी जय किशन को गंगोत्री धाम यात्रा और अपर जिलाधिकारी रजा अब्बास को यमुनोत्री धाम यात्रा का सुपर जोनल अधिकारी नामित किया है। साथ ही एसडीएम भटवाड़ी बृजेश कुमार तिवारी को गंगोत्री धाम व भटवाड़ी परगना और एसडीएम बड़कोट मुकेश चंद रमोला को यमुनोत्री धाम व बड़कोट परगना के क्षेत्रांतर्गत चारधाम यात्रा से संबंधित सभी व्यवस्थाओं हेतु सेक्टर अधिकारी की जिम्मेदारी सौंपी है।
इसके अलावा एसडीएम डुंडा नवाजिश खलिक और एसडीएम पुरोला देवानंद शर्मा को भी अपने-अपने सब डिवीजन का सेक्टर अधिकारी बनाया गया है। सभी तहसीलदार अपने तहसील क्षेत्र के लिए यात्रा से संबंधित व्यवस्थाओं के सहायक सेक्टर अधिकारी बनाए गए हैं।. बीएस रावत को और यमुनोत्री क्षेत्र हेतु अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आरसी आर्य को नोडल अधिकारी बनाया गया है।
सीमा सड़क संगठन, लोक निर्माण विभाग, जल संस्थान, यूपीसीएल, सिंचाई, पशुपालन, नगर निकायों, पर्यटन, परिवहन, पूर्ति, खाद्य सुरक्षा, आपदा प्रबंधन, सूचना विभाग, एनआईसी आदि विभागों व संगठनों के अनेक अधिकारियों को गंगोत्री व यमुनोत्री क्षेत्र के लिए नोडल अधिकारी नामित किया गया है। जिलाधिकारी ने गंगोत्री-गोमुख ट्रैक के स्थलीय निरीक्षण के लिए एक समिति गठित करते हुए इस संबंध में जांच तीन दिन के अंदर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। समिति में वन क्षेत्राधिकारी गंगोत्री नेशनल पार्क, निरीक्षक एसडीआरएफ और जिला साहसिक पर्यटन अधिकारी शामिल किए गए हैं। जिलाधिकारी कहा कि इस ट्रैकिंग मार्ग पर सुरक्षा के दृष्टिगत पंजीकृत ट्रैकिंग एजेंसियों के माध्यम से जाने वाले ट्रैकर्स को ट्रैकिंग एजेंसी द्वारा सुरक्षा संबंधी शपथ पत्र प्रस्तुत किए जाने पर ही अनुमति प्रदान की जानी चाहिए।