उत्तरकाशी: अतिक्रमण पर नसीहत ही देगा या कार्रवाई भी करेंगा प्रशासन: बिष्ट

उत्तरकाशी। अंतरराष्ट्रीय भगवा सनातन रक्षक सेना के प्रदेश संयोजक यशपाल सिंह बिष्ट विद्रोही का कहना है कि जिला मुख्यालय में बहुत लंबे समय से अवैध रूप से बनी मस्जिद और इंद्रा कॉलोनी ठीक वरुणावत पर्वत के नीचे हो रहे अतिक्रमण को लेकर समय–समय पर जिला मुख्यालय में मांग उठती रही। अचानक से सूचना अधिकार अधिनियम के तहत मांगी गई

सूचना में तब नया मोड़ आ गया, जब मुश्लिम पक्ष नें मस्जिद को वैध बताकर जिलाधिकारी को खाता–खतौनी और अन्य कागजातों के साथ अपना दावा पेश किया। समय रहते शासन–प्रशासन जनता जनार्दन और गंगोत्री विधानसभा का नेतृत्व करनें वाले नेता नहीं जागे तो वरुणावत पर्वत धार्मिक आस्था, संस्कृति, परंपरा, इतिहास नहीं बल्कि अवैध रुप से बसनें वाले लोगों का वरुणावत पर्वत के ऊपर तक प्रवास हो जाएगा।

उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर वरुणावत पर्वत के निचले हिस्से को खोदकर कितनें ठेली फड़ और रेहड़ी वालों को अवैध रूप से वोट बैंक के लिए यूं ही बसाया जाता रहेगा? यह प्रशासन नगरपालिका विभागीय अधिकारियों की कार्यशैली पर बहुत बड़ा सवाल है। भारत का नागरिक कहीं भी किसी भी राज्य में किराए पर रहकर रेड़ी, ठेली, फड़, दुकान लगा सकता है। बेशक लगाएं भी, लेकिन अवैध रूप से उस क्षेत्र में किसी सरकारी भूमि पर कब्जा नहीं कर सकता है। कोर्ट ने साफ किया कि अवैध तरीके से जमीन कब्जाने वालों का उस जमीन पर कोई अधिकार नहीं होता और उनकी स्थिति अतिक्रमणकारी और घुसपैठिए की होती है।

अभी हाल ही में हिंदूवादी संगठनों नें शासन–प्रशासन जनता और नेताओं को जगानें के लिए एक आक्रोश रैली का बिगुल फूंका, लेकिन नगर क्षेत्र की सोई जनता अपनी कुंभकर्णी नींद से नहीं जाग पाई। अवैध बूचड़खानों, अवैध मस्जिद के खिलाफ हिंदू संगठनों की आवाज और आक्रोश रैली नगर क्षेत्र की जनता, व्यापारियों और उन समाज चिंतकों पर बहुत बड़ा प्रभाव नहीं डाल सकी। हिंदुओं को एकजुट होकर रहना होगा।

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