
उत्तर प्रदेश में गर्मी ने पूरी तरह से दस्तक दे दी है। रविवार को प्रदेश के कई जिलों में धूलभरी आंधी के बावजूद तापमान में इज़ाफा दर्ज किया गया। पूर्वी और पश्चिमी यूपी में बीते दो दिनों से गर्मी का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। चिलचिलाती धूप और लू के थपेड़ों ने लोगों का जनजीवन प्रभावित कर दिया है। दोपहर की तेज़ धूप और गर्म हवाओं ने लोगों को बेहाल कर दिया है।
मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि 14 मई से पूर्वी और तराई क्षेत्रों के लगभग 20 जिलों में लू चलने की आशंका है। रविवार को वाराणसी, लखनऊ, बहराइच, गोरखपुर समेत लगभग 15 जिलों में दिन का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया। बलिया और गाजीपुर में रविवार रात को ‘उष्ण रात्रि’ यानी गर्म रात की स्थिति बनने की संभावना जताई गई है।
इस बीच, प्रदेश के पूर्वी, तराई और दक्षिणी हिस्सों में कुछ जगहों पर हल्की बूंदाबांदी भी देखी गई, लेकिन इससे गर्मी में खास राहत नहीं मिल सकी।
लखनऊ मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि अगले तीन से चार दिनों में तापमान में 5 से 6 डिग्री तक की वृद्धि हो सकती है। इससे लू की स्थिति और गंभीर हो सकती है, खासकर दक्षिण-पूर्वी और उत्तर-पश्चिमी जिलों में।
आंधी और बूंदाबांदी ने बिजली आपूर्ति पर डाला असर
रविवार की दोपहर आई तेज आंधी और हल्की बारिश ने शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक बिजली आपूर्ति को प्रभावित किया। लखनऊ के निगोहां उपकेंद्र की 33 केवी लाइन में फॉल्ट आने से करीब 50 हजार लोगों को पांच घंटे तक बिजली संकट का सामना करना पड़ा। बछरावां के 220 केवी सब स्टेशन से आने वाली लाइन बंद होने और अमावां गांव के पास पेड़ गिरने से दो पोलों के तार टूट गए थे। मरम्मत के बाद शाम छह बजे बिजली बहाल की गई।
पूरनपुर उपकेंद्र के दहियर फीडर में तकनीकी खराबी आने से छह गांवों की बिजली आपूर्ति देर रात तक ठप रही। वहीं चौपटिया के सराय मालीखां फीडर की सप्लाई एबीसी वायर में आग लगने के कारण एक घंटे के लिए रोक दी गई थी।
गौमती नगर, चिनहट और इंजीनियरिंग कॉलेज क्षेत्र में भी बिजली आपूर्ति बाधित हुई। कई जगहों पर सुरक्षा के लिहाज से सप्लाई बंद करनी पड़ी, वहीं कुछ क्षेत्रों में पोल टूटने और फीडर फॉल्ट की वजह से कटौती करनी पड़ी।
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