
US-India Tariff : भारत पर 50% अमेरिकी टैरिफ को लेकर अमेरिकी सांसद प्रमिला जयपाल और सिडनी कामलागर ने ट्रंप प्रशासन पर हमला बोला है। दोनों का मानना है कि टैरिफ से दोनों देशों के रिश्तों में तनाव बढ़ रहा है। अमेरिका ने तमाम देशों पर भारी-भरकम टैरिफ लगाए हैं, जिसमें भारत भी शामिल है। इन टैरिफ के कारण दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ने के साथ-साथ व्यापारिक संबंधों पर भी असर पड़ा है।
प्रमिला जयपाल ने कहा कि हम टैरिफ को लेकर चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। ये टैरिफ भारत की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा रहे हैं, साथ ही अमेरिकी बिजनेस और कंज्यूमर्स को भी प्रभावित कर रहे हैं। उन्होंने वाशिंगटन स्टेट में एक लंबी इतिहास वाली कंपनी का उदाहरण देते हुए कहा कि यह कंपनी 120 साल से अधिक समय से भारत से आने वाले कृषि उत्पादों का व्यापार कर रही है, लेकिन अब टैरिफ के कारण उनके व्यापार के लिए खतरा बन चुका है। कंपनी अपने प्रोडक्शन को छोटा करने या ऑफशोर करने पर विचार कर रही है।
सिडनी कामगार-डोव ने भी इस बात का विरोध किया है कि ट्रंप प्रशासन ने दोनों देशों के बीच दशकों पुरानी मजबूत साझेदारी को नुकसान पहुंचाया है। उनका कहना है कि 50% शुल्क भारत को अलग-थलग कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि रूस से तेल के आयात पर लगाए गए 25% टैरिफ भी गलत है, जबकि अमेरिकी कुछ लोग रूस के साथ गुप्त सौदों की कोशिश कर रहे हैं।
H-1B वीज़ा पर 100,000 डॉलर की नई फीस का जिक्र करते हुए उन्होंने चिंता व्यक्त की कि इससे भारतीय प्रोफेशनल्स को नुकसान होगा, जिन्होंने अमेरिका को विज्ञान, तकनीक, चिकित्सा और कला के क्षेत्रों में नई ऊंचाइयां दी हैं।
कामगार ने चेतावनी दी है कि गलत नीतियां भारत जैसे रणनीतिक साझेदार को दूर कर सकती हैं, जिसका फायदा चीन और रूस जैसे देशों को मिलेगा। उन्होंने कहा कि ऐसे फैसले साझेदारी को कमजोर कर सकते हैं, और कोई भी इसे नहीं चाहेगा।
यह भी पढ़े : मैं सेक्स वर्कर्स हूं! SIR फॉर्म कैसे भरूं, मम्मी-पापा के डॉक्यूमेंट कहां से लाऊं? चुनाव आयोग से लगा रहीं गुहार














