
UPSSSC PET 2025 परीक्षा को लेकर इस बार अभ्यर्थियों में भारी आक्रोश और निराशा देखने को मिल रही है। वजह है परीक्षा केंद्रों की सीमित संख्या और लंबी दूरी। आयोग ने परीक्षा केंद्र केवल 48 जिलों में निर्धारित किए हैं, जिसके चलते कई उम्मीदवारों को अपने केंद्र तक पहुँचने के लिए 500 किलोमीटर या उससे अधिक की यात्रा करनी पड़ रही है। यह परीक्षा 6 और 7 सितंबर 2025 को दो पालियों—प्रथम और द्वितीय—में आयोजित हो रही है। ऐसे अभ्यर्थी जिनकी परीक्षा अलग-अलग दिन या पाली में है, उन्हें दोहरी यात्रा करनी पड़ेगी। इसके कारण आवास और अतिरिक्त खर्च की समस्या भी सामने आ रही है।
बरसात और बाढ़ की स्थिति ने परीक्षार्थियों की दिक्कतें और बढ़ा दी हैं। लंबी और असुरक्षित यात्राएँ करना विशेष रूप से आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग, महिला अभ्यर्थियों और दिव्यांग उम्मीदवारों के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है।
विशेषज्ञों का कहना है कि परीक्षा केंद्रों की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए थी या कम से कम उम्मीदवारों को नि:शुल्क और सुरक्षित बस/ट्रेन यात्रा की सुविधा उपलब्ध कराई जानी चाहिए थी। साथ ही, दूर-दराज़ जिलों में परीक्षा देने वालों के लिए ठहरने की व्यवस्था करना भी ज़रूरी था। PET परीक्षा गरीब और बेरोज़गार युवाओं के लिए अवसर का द्वार मानी जाती है, लेकिन मौजूदा परिस्थितियाँ उनके लिए एक अतिरिक्त बोझ बनकर सामने आ रही हैं।