जयसिंहपुर-सुलतानपुर। जिले में लकी सीट के नाम से मशहूर 189 सदर जयसिंहपुर विधानसभा की सीट इस बार त्रिकोणीय भवर में फंसी है। जी हा माना जाता है की इस सीट पर जिस पार्टी का कब्जा होता है उसकी प्रदेश में सरकार बनती है। जो आज तक सही होता चला आ रहा है। इसीलिए सभी पार्टिया इस सीट को जीतने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही है। पार्टियों ने अपने अपने उम्मीदवार मैदान में उतार जातीय समीकरण भी सेट कर लिया है। लेकिन इस समीकरण के अनुसार अगर देखा जाए तो यह सीट त्रिकोणीय भंवर में फंस चुकी है। आपको बता दे की सदर विधानसभा की इस हॉट सीट पर सपा ने पिछली बार तीसरे नंबर पर रहे पूर्व विधायक अरुण वर्मा पर इ फिर से अपना भरोसा जताया है तो वही बसपा ने दो बार विधायक रहे अपने पुराने खिलाड़ी ओपी सिंह को मैदान में उतारा है। तो वही भाजपा और निषाद पार्टी के गंठबंधन से राज प्रसाद उपाध्याय के आने से यह सीट त्रिकोणीय मुकाबले में फंस गई है।
कांग्रेस से अभिषेक सिंह राणा के आने से यह मुकाबला और दिलचस्प बन गया है। बताते चले की सदर विधानसभा में सबसे अधिक मतदाता अनुसूचित जाति के है। दूसरे पर ब्राह्मण जाति के मतदाता फिर कुर्मीए यादवए निषादए क्षत्रिय और मुस्लिम जाति के मतदाता आते है। क्षेत्र के वरिष्ठ राजनीतिक विशेषज्ञों की माने तो जातीय समीकरण के आधार पर सदर विधानसभा में भाजपाए बसपा और सपा के बीच त्रिकोणीय लड़ाई होगी। जिसमे भाजपा को प्रदेश में किए गए विकास कार्यों का कुछ फायदा भी मिल सकता है। इस त्रिकोणीय लड़ाई का विजेता कौन होगा यह तो दस मार्च को ही पता चलेगाए लेकिन उससे पहले क्षेत्र मंर चुनावी चर्चाओं को लेकर बाजार गरम होता जा रहा है।